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Desh Ka Mausam: (India Weather Update): जहां देश के कई राज्यों में बारिश जारी है, वहीं कुछ राज्यों में गर्मी और उमस है। बिहार और उत्तर प्रदेश में बाढ़ आ गई है। एमपी में उमस बढ़ गई है। जानें देश भर के मौसम का ताजा अपडेट।

Desh Ka Mausam: (India Weather Update): देश में मौजूदा समय में जहां कुछ राज्यों में बारिश जारी है, वहीं कुछ राज्यों में गर्मी और उमस है। बिहार और उत्तर प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 24 सितंबर से राज्य में तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, गोवा समेत 16 राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बिजली गिरने की संभावना भी इन राज्यों के कुछ जिलों में व्यक्त की गई है।। आइए, जानते हैं देश के मौसम का हाल। देश के सभी राज्यों का मौसम अपडेट। 

उत्तर प्रदेश: गंगा, यमुना, घाघरा, शारदा और सरयू उफान पर
उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई हैं। गंगा, यमुना, घाघरा, शारदा और सरयू जैसी नदियां उफान पर हैं, जिससे 500 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं। शाहजहांपुर में एक युवक बाढ़ के पानी में बह गया और उसकी डूबने से मौत हो गई। (Flood in Uttar Pradesh) प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है, लेकिन लगातार बारिश और नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण मुश्किलें बढ़ रही हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

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बिहार: बाढ़ का कहर, 12 जिलों में 12 लाख लोग प्रभावित
बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते 12 जिलों में भारी बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार में करीब 12.67 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा के साथ कोसी, बूढ़ी गंडक, गंडक, घाघरा और सोन नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इससे इन इलाकों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। 

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मुंगेर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित, शिक्षा पर बुरा असर
बाढ़ के कारण मुंगेर विश्वविद्यालय ने अपनी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। बाढ़ के चलते कई स्कूल और कॉलेज भी बंद हैं। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और पुलों पर पानी भरने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। इससे छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं। 

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राजस्थान: तापमान 40 डिग्री के करीब, गर्मी से लोग परेशान
राजस्थान में बारिश के थमने के बाद तापमान फिर से बढ़ने लगा है। पश्चिमी राजस्थान के जिलों में रविवार को तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया। जैसलमेर, गंगानगर और बीकानेर में दिन के समय गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में गर्मी का दौर फिर से शुरू हो गया है, और तापमान 39-40ºC के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। अगले कुछ दिनों में यहां मॉनसून की विदाई की संभावना जताई जा रही है।

सामान्य से 16 दिन ज्यादा एक्टिव रहेगा मानसून
इस बार मॉनसून सामान्य से 16 दिन अधिक सक्रिय रहेगा। आमतौर पर मॉनसून 18 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से लौटना शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार यह सितंबर के अंत तक सक्रिय रहेगा। निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार, मॉनसून की वापसी के बाद अक्टूबर में भी बारिश होने की संभावना है। 

कई राज्यों में सूखे जैसी स्थिति, 185 जिलों में कम वर्षा
इस साल भले ही देशभर में औसतन 108% बारिश हुई है, लेकिन फिर भी देश के 185 जिलों में सूखे की स्थिति है। इनमें से 68 जिलों में सामान्य से 60% कम बारिश हुई है। सबसे अधिक प्रभावित राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पंजाब हैं। खासकर राजस्थान के 19 जिलों में बारिश की कमी ने हालात और मुश्किल बना दिए हैं। 

झारखंड: मॉनसून अभी भी एक्टिव
झारखंड में मॉनसून अभी भी एक्टिव है। झारखंड में अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि भारी बारिश की वजह से कुछ जिलों में बाढ़ तक आ सकती है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

हिमाचल प्रदेश: कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में अगले 2 दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है। राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। पर्यटकों को पहाड़ी इलाकों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है। शिमला, मनाली समेत राज्य के कई पहाड़ी शहरों में बारिश का दौर जारी है। प्रशासन ने ग्रामीण इलाको में लोगों से सावधान रहने की अपील की है। 

उत्तराखंड: पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा
उत्तराखंड में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। खासकर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। केदरानाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी गई है। प्रशासन को भूस्खलन और बारिश के कारण पैदा होने वाले दूसरे संकट से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। 

गुजरात: कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार
गुजरात में इस समय बारिश की गतिविधियों में कमी आई है, लेकिन अगले 48 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती है। बता दें कि गुजरात में इस मानसून में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। खास तौर पर गुजरात का सौराष्ट्र इलाका बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हुआ। 

दिल्ली: तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर चल रहा
दिल्ली में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क बना हुआ है, हालांकि तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर चल रहा है। बीते कुछ दिनों से दिल्ली में एक बार फिर तापमान बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में हल्की बारिश हो सकती है, जिससे दिल्लीवासियों को राहत मिलने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली में मानसून अपने आखिरी स्टेज में पहुंच चुका है। 

नार्थ ईस्ट:मूसलधार बारिश का दौर जारी
नार्थ ईस्ट में मूसलधार बारिश का दौर जारी है। असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। यहां के निवासियों को बाढ़ और भूस्खलन से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। नगालैंड और त्रिपुरा जैसे राज्यों में भी बीते एक हफ्ते से मूसलाधार बारिश हो रही है। असम मौसम विभाग के मुताबिक, ज्य में अक्टूबर दूसरे सप्ताह तक मानसून के एक्टिव रहने की संभावना है।

दक्षिण भारत: कर्नाटक के तटीय इलाकों में बारिश
दक्षिणी राज्यों में भी बारिश का सिलसिला जारी है। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। मेंगलूरु और उडुपी समेत कर्नाटक के कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। इन इलाकों में निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। तमिलनाडु में चेन्नई और इसके उपनगरीय इलाकों में तापमान बढ़ गया है। मौसम विभाग ने फिलहाल बारिश को लेकर कोई पूर्वानुमान जाहिर नहीं किया है। 

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