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Tirupati Stampede: तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में मची भगदड़ में 6 की मौत हो गई। 16 लोग घायल हैं। टीटीडी ने हादसे के लिए माफी मांगी है। पीएम मोदी और CM चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर दुख जताया है।

Tirupati Stampede: तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार (8 जनवरी) की रात भगदड़ मच गई। मंदिर के वैकुंठ द्वार पर विशेष टिकट वितरण के दौरान मची भगदड़ में 6 लोगों की माैत हो गई। वहीं, 40 लोग घायल हो गए। तिरुपति तिरुमला देवस्थानम (टीटीडी) ने हादसे पर दुख जताया है। साथ ही माफी मांगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। स्थानीय लोगों ने कहा है कि प्रशासन की चूक की वजह से यह हादसा हुआ। 

तिरुपति में कैसे मची भगदड़ ?
भगदड़ उस समय जब वैकुंठ द्वार पर दर्शन के लिए विशेष टिकट बांटे जा रहे थे। टिकट को पाने के लिए भक्तों की भीड़ जुट गई।अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में 60 से ज्यादा लोग एक-दूसरे पर गिर गए। दम घुटने से 6 की मौत हो गई। कई  लाेग घायल हो गए। इनमें से कुछ घायलों की हालत गंभीर हो गई। घायलों को तुरंत तिरुपति के रुइया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में मरने वालों में से एक तमिलनाडु के सेलम का था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भारी भीड़ के बावजूद प्रशासन की ओर से समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी।

टीटीडी ने मांगी माफी, जांच के आदेश जारी
टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भानु प्रकाश ने इस हादसे के लिए भक्तों से माफी मांगी है। भानु प्रकाश ने कहा, "हमने टिकट वितरण के लिए 91 काउंटर बनाए थे, यह दुखद है कि भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। हम भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के भक्तों से माफी मांगते हैं। कुछ प्रबंधन खामियां जरूर रहीं, लेकिन हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएंगे।मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।"  

टीटीडी चेयरमैन बोले- "साजिश नहीं, दुर्घटना है"
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के चेयरमैन बीआर नायडू ने घटना को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा, "यह हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन किसी भी साजिश का हिस्सा नहीं है। मैंने पहले ही अधिकारियों को सावधान किया था कि भीड़ बढ़ सकती है, लेकिन अफवाहों के कारण स्थिति बिगड़ गई। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।"  

प्रधानमंत्री मोदी और सीएम नायडू ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "तिरुपति में भगदड़ से हुई मौतें बेहद दुखद हैं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।" मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी घटना को गहरा शोक व्यक्त किया। सीएम नायडू ने कहा, " इस हादसे ने मुझे गहराई से विचलित कर दिया है। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को बेहतर इलाज मिले। साथ ही मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद की जाए।"  

लोगों ने पुलिस और मंदिर प्रबंधन पर उठाए सवाल
स्थानीय निवासियों और भक्तों ने हादसे के लिए प्रशासन और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भीड़ को संभालने के लिए उचित इंतजाम नहीं किए गए थे। एंबुलेंस की कमी के कारण घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल सका। भक्तों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही और बेहतर प्रबंधन की कमी के चलते यह हादसा हुआ। वहीं, सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा घायलों को CPR देते हुए और एंबुलेंस में शिफ्ट करते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं।  

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