Indore and Udaipur Wetland City: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। रामसर कन्वेंशन ने इंदौर और उदयपुर सहित दुनिया के 31 शहरों को प्रतिष्ठित वेटलैण्ड सिटी घोषित किया है। यह पहला मौका है, जब देश के दो शहरों को एक साथ वेटलैण्ड सिटी का अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौरवासियों को बधाई दी है। कहा, मध्यप्रदेश ही नहीं यह पूरे देश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। इनमें भारत से इंदौर और उदयपुर के नाम शामिल हैं।
विश्व के इन शहरों को मिला वेटलैंंड सिटी का दर्जा
अंतरराष्ट्रीय संस्था रामसर ने शनिवार (25 जनवरी) को दुनियाभर के जिन 31 शहरों को वेटलैण्ड सिटी के रूप में मान्यता दी है। उनमें भारत के इंदौर और उदयपुर के अलावा अर्जेंटीना का ट्रेलेव, बेल्जियम का मेचेलेन, बोत्सवाना का कसाने-कज़ुंगुला, शाकावे, चिली का वाल्डिविया, चीन का चोंगमिंग, डाली, फ़ूज़ौ, हांग्जो, जिउजियांग, ल्हासा, सूज़ौ, वेनझोउ, यूयांग, फ़्रांस के एब्बेविल, आर्ल्स, हैम्पिग्नी, ईरान (इस्लामिक गणराज्य) का बाबोल, बंदर किआशर, गैंडोमन, जापान का नागोया शहर, मोरक्को का मेहद्या, फिलीपींस का बलांगा शहर, पोलैंड का पॉज़्नान, कोरिया गणराज्य का गिम्हे, मुंगयोंग, सर्बिया का नोवी साद, स्विटजरलैंड का जिनेवा और जिम्बाब्वे का विक्टोरिया फॉल्स शहर को शामिल किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान
अंतरराष्ट्रीय संस्था रामसर द्वारा पहली बार भारत के दो शहरों को वेटलैण्ड सिटी घोषित किया है। बताया कि इन शहरों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। अपने वेटलैंडस को संरक्षित करने के साथ यहां शहरी विकास की दिशा में शानदार प्रयास किए गए हैं। केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा, इंदौर और उदयपुर को इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक पहचान मिलेगी।
पर्यावरण के क्षेत्र में इसलिए सिरमौर बना इंदौर
इंदौर न सिर्फ पर्यावरण बल्कि, स्वच्छता और औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में रिकॉर्ड बना रहा है। तमाम औद्योगिक इकायों के बावजूद पर्यावरण संतुलन बनाए रखना अपने आप में महत्वपूर्ण है। इंदौर में सिरपुर और यशवंत सागर को पहले ही रामसर साइट घोषित किया जा चुका है। झीलों के संरक्षण, पर्यावरण सुधार और पक्षियों के लिए आदर्श आवास की स्थिति विकसित करने के साथ ही सिरपुर को बर्ड सैंक्च्युअरी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
क्या है वेटलैंड और रामसर साइट्स?
दरअसल, पर्यावरण और पारिस्थिकी तंत्र को संतुलित बनाए रखने 1971 में विभिन्न देशों के बीच संधि हुई थी। यह संधि ईरान के रामसर नामक स्थल पर हुई। जिसे वेटलैंड संधि भी कहते हैं। यह एक अंतर-सरकारी संधि है, जो आर्द्र भूमियों और उनके संसाधनों के संरक्षण के फ्रेमवर्क उपलब्ध करवाती। साथ ही आर्द्र भूमि संरक्षित करने में सहयोग करती है। 2015 में रामसर कन्वेंशन के 12वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज में वेटलैण्ड सिटी को मान्यता देने का कार्यक्रम शुरू किया गया। वेटलैंड्स का संरक्षण करने के साथ शहरी विकास में भी उत्कृष्ट योगदान के लिए शहरों को वेटलैण्ड शहर की मान्यता दी जाती है।