J&K Infiltration: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा (LoC) पर मुस्तैद भारतीय सैनिकों ने गुरुवार को आतंकी घुसपैठ की कोशिश नाकाम की। बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ केरन सेक्टर में एलओसी से सटे इलाके में हुई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 2 पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया। केंद्र शासित प्रदेश में पिछले कुछ महीने से बढ़ी आतंकी वारदातों के बाद सुरक्षाबल घुसपैठ विरोधी अभियान भी चला रहे हैं।
डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान घायल
उधर, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में 2 सैनिक घायल हो गए। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियान जद्दन बाटा गांव में बुधवार देर रात 2 बजे के करीब एक घंटे से ज्यादा वक्त तक चला। आतंकियों ने एक सरकारी स्कूल के अंदर चल रहे तलाशी अभियान के लिए एक अस्थायी सिक्योरिटी कैंप पर गोलीबारी की थी।
चुनौतीपूर्ण मौसम में जवान को लेकर उड़ा HAL
भारतीय सेना के आला अफसर ने बताया- गंभीर रूप से घायल सैनिकों में से एक को खराब मौसम में हेलीकॉप्टर (एएलएच) की मदद से उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया। पीआरओ डिफेंस जम्मू ने X पोस्ट किया- "वायुसेना स्टेशन उधमपुर से एएलएच की त्वरित कार्रवाई ने डोडा (जम्मू-कश्मीर) में गंभीर रूप से जख्मी सैनिक की जान बचाई। चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा, जिससे कमांड हॉस्पिटल उधमपुर में समय पर इलाज सुनिश्चित हो पाया। टीम को उनके समर्पण और बहादुरी के लिए धन्यवाद।''
आतंक मुक्त डोडा में 12 जून से फिर हमले शुरू
बता दें कि 2005 में आतंकियों से मुक्त हुए डोडा में इस साल 12 जून के बाद से सिलसिलेवार आतंकी हमले शुरू हो गए। जब चटरगाला दर्रे पर एक अटैक में 6 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इसके बाद अगले दिन गंदोह में भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। 26 जून को गंदोह में दिनभर चले ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए थे, जबकि दूसरी मुठभेड़ 9 जुलाई को घड़ी भगवा जंगल में हुई थी। (ये भी पढ़ें... डोडा के जंगल में आतंकियों से मुठभेड़, सेना ने आतंकियों को घेरा)
इस साल 6 जिलों में दर्जनभर आतंकी हमले हुए
- इस साल जम्मू के 6 जिलों में करीब एक दर्जन आतंकी हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों और 5 आतंकियों समेत 27 आम नागरिक मारे गए। पीड़ितों में 9 जून को रियासी के शिव खोरी मंदिर से लौट रहे 7 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
- 15 जुलाई को डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक सेना के कप्तान और एक पुलिसकर्मी सहित 5 सैनिक शहीद हो गए थे। 16 जुलाई को फिर से डोडा के कलान भाटा और पंचन भाटा क्षेत्रों में रात 10:45 बजे और 2 बजे फायरिंग हुई। इन घटनाओं के बाद, सेना ने जड्डन बटा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी सुरक्षा कैंप स्थापित किया था ताकि खोज अभियान चलाया जा सके।