Train Accident: झारखंड में मंगलवार की सुबह एक बड़ा ट्रेन हादसा (Train Accident) हो गया। झारखंड के चक्रधरपुर (Chakradharpur) के पास बाराबाम्बे स्टेशन के निकट हावड़ा से मुंबई जाने वाली ट्रेन मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी (Train derailed) से उतर गई। हादसे की सूचना मिलते ही राहत टीम चक्रधरपुर पहुंच गई। इस हादसे में मुंबई-हावड़ा मेल की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। हादसा राजखरसावन और चक्रधरपुर (Chakradharpur) स्टेशन के बीच हुआ।
चक्रधरपुर रेलवे मंडल के डीसीएम ने की हादसे की पुष्टि
चक्रधरपुर रेलवे मंडल के वरिष्ठ डीसीएम आदित्य कुमार चौधरी (Senior DCM, Aditya Kumar Chaudhary) ने घटना की पुष्टि की। हादसे की जानकारी मिलते ही चक्रधरपुर रेलवे मंडल के अधिकारी, राहत ट्रेन और जिला प्रशासन द्वारा कई एंबुलेंस मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
Train no 12810 Howrah-Mumbai derailment at Chakradharpur. 6 passengers sustained injuries, out of them five with minor injuries were treated on spot. One passenger has been admitted to the hospital. No death has been reported so far. Additional arrangements are being made for the…
— ANI (@ANI) July 30, 2024
सुबह 3:39 बजे हुआ हादसा
दक्षिण पूर्व रेलवे के ट्रेन मैनेजर मोहम्मद रेहान ने बताया कि सुबह 3:39 बजे के करीब ट्रेन पटरी से उतर गई और इस हादसे में कई लोग घायल हो गए। डाउन लाइन पर पहले ही एक मालगाड़ी पटरी से उतर चुकी थी, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे थी। इस हादसे के बाद अपलाइन भी प्रभावित हुई है।
कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया
चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन में हादसे के बाद बिलासपुर जोन के बिलासपुर से हावड़ा रूट पर चलने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने राउरकेला से रूट डायवर्ट कर ट्रेनों का संचालन शुरू करने की बात कही है। हादसे के बाद यात्रियों के रिश्तेदारों को जानकारी देने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
3 ट्रेनों को किया गया शॉर्ट टर्मिनेट
- 18114 बिलासपुर टाटा एक्सप्रेस को राउरकेला पर शॉर्ट टर्मिनेट किया गया।
- 18190 एर्नाकुलम टाटा एक्सप्रेस को चक्रधरपुर पर शॉर्ट टर्मिनेट किया गया।
- 18011 हावड़ा चक्रधरपुर एक्सप्रेस को आगरा पर शॉर्ट टर्मिनेट किया गया।
बता दें कि शॉर्ट टर्मिनेट का मतलब है कि ट्रेन को उसके गंतव्य स्टेशन तक जाने की बजाय किसी पहले स्टेशन पर ही रोक देना।
17 ट्रेनें रद्द की गईं
Due to derailment of the Howrah-CSMT Mumbai mail train in Chakradharour division in Jharkhand, 17 trains have been diverted: South Eastern Railway pic.twitter.com/5HEGVEuLrT
— ANI (@ANI) July 30, 2024
एनडीआरएफ ने कोच काटकर मृतकों को बचाया
मुंबई हावड़ा मेल के 18 डिब्बे एक मालगाड़ी के डिब्बे से टकराने के बाद पटरी से उतर गए। बी-4 कोच में सफर कर रहे 3 यात्री टॉयलेट और गेट के बीच फंस गए थे। एनडीआरएफ ने गैस कटर से कोच को काटकर तीनों को बाहर निकाला, लेकिन तीनों की मौत हो गई। हालांकि, आधिकारिक तौर पर केवल 2 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
हेल्पलाइन नंबर जारी:
रेलवे ने हादसे के मद्देनजर हेल्पलाइन (Helpline numbers) नंबर जारी किए हैं। यह नंबर इस प्रकार हैं:
- टाटानगर: 06572290324
- चक्रधरपुर: 06587 238072
- राउरकेला: 06612501072, 06612500244
- हावड़ा: 9433357920, 03326382217
- रांची: 0651-27-87115
- मुंबई: 022-22694040
- नागपुर: 7757912790
रेलवे मेडिकल टीम मौके पर पहुंची
हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस (Howrah Mumbai Mail Express) का हादसा चक्रधरपुर रेलवे मंडल के बाराबाम्बो रेलवे स्टेशन (Barabambo railway station) के पास हुआ। इसमें 18 बोगियां पटरी से उतर गईं। फिलहाल, इस दुर्घटना में 20 लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायलों को रेलवे मेडिकल टीम (Medical team) की ओर से प्राथमिक चिकित्सा दी गई है। राहत कार्यों के लिए एआरएम, एडीआरएम और सीकेपी टीम मौके पर पहुंच चुकी हैं। रेलवे ने दुर्घटना के तुरंत बाद राहत कार्य शुरू कर दिया।
#WATCH | On Jharkhand train derailment, RJD MP Manoj Jha says, "People thank God when a day passes without any train accident. Tall claims were made regarding 'Kavach' in the last Budget. This time, it was not even mentioned. I would like to ask how much distance has been covered… pic.twitter.com/fiyuZ7mjoa
— ANI (@ANI) July 30, 2024
विपक्ष ने रेल मंत्री और केंद्र सरकार पर उठाए सवाल
झारखंड में रेल दुर्घटना पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, "लोग भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं जब एक दिन भी रेल दुर्घटना नहीं होती। पिछले बजट में 'कवच' को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए थे। इस बार इसका जिक्र तक नहीं किया गया। मैं पूछना चाहता हूं कि 'कवच' के तहत कितनी दूरी तय की गई या यह सिर्फ मीडिया मैनेजमेंट के लिए था? मुझे लगता है कि सरकार को ऐसे हादसों के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ता।"