Journalists Glass room Parliament: संसद परिसर में पत्रकारों पर एक नई पाबंदी (Journalist restrictions) लगाई गई है। अब पत्रकार(Journalists) संसद परिसर के अंदर घूमकर सत्तारूढ़ और विपक्षी नेताओं के बयान नहीं ले सकेंगे। उन्हें संसद के बाहर एक ग्लास रूम (Glass room) से ही सभी गतिविधियों को कवर करना होगा। इस नई पाबंदी पर पत्रकारों ने नाराजगी जाहिर की है। इसके बाद सोमवार शाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद कवर करने वाले मीडियाकर्मियों से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि पत्रकारों के मूवमेंट पर रोक और कवरेज से जुड़े सभी मुद्दों को हल किया जाएगा।
#WATCH | Delhi: Lok Sabha Speaker Om Birla meets media persons covering parliament and assures that all issues related to movement restrictions and coverage will be resolved. pic.twitter.com/vJlEMgPukj
— ANI (@ANI) July 29, 2024
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने जताया विरोध
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) ने पत्रकारों पर लगाई गई पाबंदी (Journalist restrictions) का विरोध किया है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (Press Club of India) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो X (पूर्व में ट्विटर) साझा किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि पत्रकार एक छोटे से ग्लास रूम में (Journalists Glass room) बैठे हैं । इस ग्लास रूम (Glass room) में काफी भीड़ है। PCI ने इस पाबंदी को हटाने की मांग की है।
Journalists stage protest in Parliament against restrictions on their movement in the premises and also they were removed to stand in front of “Makar Dwar”. At this Dwar, they used to interact with Parliamentarians from all sides
— Press Club of India (@PCITweets) July 29, 2024
We demand lifting of restrictions imposed on them pic.twitter.com/Trp2GfDczq
क्या है पूरा मामला ?
पहले पत्रकार नए संसद भवन के मकर द्वार पर सांसदों की प्रतिक्रिया लेते थे, लेकिन अब उन्हें वहां खड़ा होने की इजाजत नहीं दी जा रही है। उनके लिए मकर द्वार (Makar Dwar) के सामने एक ग्लास रूम बनाया गया है, जहां से वे सांसदों की गतिविधियों को कवर करेंगे। इस कमरे में कम जगह होने के कारण पत्रकारों को असुविधा हो रही है।
एक और चक्रव्यूह आपने बना दिया है सर। मीडिया वालों को आपने पिजड़े में कैद कर दिया है! - संसद में राहुल गांधी। #RahulGandhi #Parliament #media pic.twitter.com/kHsrCmWvsN
— Prabhakar Kumar Mishra (@PMishra_Journo) July 29, 2024
कांग्रेस ने किया इन पाबंदियों का विरोध
कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Srinet) ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने वीडियो साझा कर इस पाबंदी का विरोध किया और पत्रकारों को उनकी रिपोर्टिंग करने की आजादी की मांग की। इस पाबंदी के कारण पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सवाल उठ रहे हैं। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और अन्य पत्रकार संगठनों ने इस पाबंदी को हटाने की मांग की है ताकि पत्रकार स्वतंत्र रूप से अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें।
संसद में मीडिया कर्मियों पर पाबंदी लगा दी गई है।
— Congress (@INCIndia) July 29, 2024
उन्हें एक सीमित दायरे में रहने की हिदायत दी गई है।
आज संसद पहुंचने पर नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi ने अपनी गाड़ी वहीं रुकवाई और मीडिया कर्मियों का हाल चाल जाना। pic.twitter.com/qOuFnrdxQk
राहुल गांधी ने की पत्रकारों से मुलाकात
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इन पाबंदियों को लेकर चिंता जाहिर की। मकर द्वारा से प्रवेश करते समय राहुल गांधी पत्रकारों से मिलने के लिए रुके। राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत की। कांग्रेस सांसद ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि उनकी इस समस्या का समाधान ढूंढ़ा जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में पत्रकारों को आजादी के साथ काम करने का अधिकार मिलना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो लाेकतंत्र की खूबसूरती खत्म हो जाएगी।