Manipur earthquake: म्यांमार के उत्तरी सागाइंग डिवीजन के हमालिन कस्बे में शुक्रवार तड़के 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र मणिपुर सीमा के करीब बताया गया है। मणिपुर यूनिवर्सिटी के भूकंपीय वेधशाला (Seismological Observatory ) की रिपोर्ट के मुताबिक, यह झटके शुक्रवार तड़के 12:53 बजे महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र 130 किमी की गहराई पर स्थित था। राहत की बात यह रही कि खबर लिखे जाने तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। स्थानीय लोगों में इस भूकंप को लेकर हल्की दहशत जरूर देखी गई।

भूकंप का केंद्र हमालिन, सागाइंग डिवीजन
रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का केंद्र म्यांमार के हमालिन कस्बे में स्थित था। यह इलाका मणिपुर की सीमा के काफी करीब है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 24.621 उत्तरी अक्षांश और 95.116 पूर्वी देशांतर पर स्थित था। इसके अलावा, यह भूकंप 130 किमी की गहराई में उत्पन्न हुआ। सागाइंग डिवीजन भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। इससे पहले भी इस क्षेत्र में कई बार भूकंप आ चुका है। कई बार हल्के और मध्यम तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं।

भूकंप की तीव्रता काे लेकर कंफ्यूजन
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस घटना की जानकारी साझा करते हुए कहा कि भूकंप की तीव्रता 4.8 थी। सेंटर ने बताया कि यह झटके भारतीय समयानुसार 24 जनवरी की रात 12:53:35 बजे रिकॉर्ड किए गए। भूकंप का केंद्र  24.68 नार्थ लॉन्गीट्यूड और 94.87 ईस्ट लैटिट्यूट पर था और 106 किमी की गहराई पर पैदा हुआ था। हालांकि, मणिपुर यूनिवर्सिटी के सिस्मोलॉजिकल ऑब्जर्वेटरी ने इसे 5.1 तीव्रता का बताया है। ऐसे में भूकंप की तीव्रता को लेकर कंफ्यूजन है। दोनों आंकड़ों में फर्क होने के बावजूद राहत यह है कि कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।

जनवरी में दूसरी बार महसूस हुए झटके
इस महीने मणिपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप की यह दूसरी घटना है। 22 जनवरी की रात को भी मणिपुर के चुराचांदपुर में 3.3 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस हुए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, यह भूकंप रात 9:46 बजे आया था। इसका केंद्र चुराचांदपुर जिले में था और यह 25 किमी की गहराई पर स्थित था। हालांकि, वह भूकंप भी मामूली था और किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली थी। लगातार आ रहे भूकंप की वजह से पूर्वाेत्तर खासकर मणिपुर के लोगों में दहशत है। 

सागाइंग क्षेत्र पहले भी रहा है प्रभावित
म्यांमार का सागाइंग क्षेत्र भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है। इस क्षेत्र में भूकंप आना आम बात है। 3 जनवरी को भी इसी क्षेत्र में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। मणिपुर यूनिवर्सिटी के सिस्मोलॉजिकल ऑब्जर्वेटरी के मणिचंद्र सनोजम ने बताया कि उस समय भी झटके रात 10:02 बजे महसूस किए गए थे। क्षेत्र की भूगर्भीय स्थिति इसे भूकंप के लिहाज से संवेदनशील बनाती है।