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Iltija Mufti statement on Hindutawa: महबूबा मुफ्ती की बेटी के हिंदुत्व पर बयान से विवाद। संतों ने इसे अपमानजनक बताया और पाकिस्तान जाने की सलाह दी। उषा ठाकुर ने इसे राष्ट्रद्रोह करार दिया। जानें पूरा मामला।

Iltija Mufti statement on Hindutawa: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व को "बीमारी" बताने वाले बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। उनके इस बयान से साधु-संतों और महामंडलेश्वरों ने नाराजगी जाहिर की है। इल्तिजा ने कहा था कि हिंदुत्व ने लाखों भारतीयों को बीमार किया है। साधु-संतों ने कहा कि यह बयान न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि यह राजद्रोह के बराबर है। कुछ संतों ने जहां इल्तिजा को पाकिस्तान जाने की सलाह दी है, वहीं कुछ ने राजद्रोह का मामला दर्ज करने का मामला दर्ज करने की मांग की है।

महामंडलेश्वर अतुलेशानंद बोले-राजद्रोह का मामला दर्ज हो
महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंद ने कहा, "इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व के बारे में जो कहा है, वह आपत्तिजनक और अनुचित है। यदि हिंदुत्व को वह बीमारी मानती हैं, तो यह उनके लिए घातक साबित होगी। हिंदुत्व ही है जिसने उन्हें 800 सालों से इस देश में सहन किया है। किसी और देश में ऐसा बयान होता, तो राजद्रोह का मामला दर्ज होता। भारत का धैर्य और सहिष्णुता ही उन्हें यह बोलने की आजादी देती है। लेकिन, अब भगवा हिंद की स्थापना होगी, और गजवा-ए-हिंद का सपना कभी पूरा नहीं होगा।"  

महामंडलेश्वर शैलेषानंद बोले- हिंदू न रुकेगा, न झुकेगा
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर शैलेषानंद ने कहा, "हिंदुत्व के खिलाफ बोलने का साहस इनमें कैसे आ गया? इन्हें भारत से इतना विरोध है, तो पाकिस्तान या बांग्लादेश चली जाएं। हिंदू पुनर्जागरण का दौर चल रहा है। अब हिंदू न रुकेगा, न झुकेगा। हिंदुत्व के आदर्शों को मिटाना किसी के लिए संभव नहीं है। इस प्रकार के बयान केवल सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास हैं।"  

रामेश्वर दास ने कहा- पाकिस्तान जाएं इल्तिजा मुफ्ती
उज्जैन सिंहस्थ कुंभ अखाड़ा परिषद के स्थानीय अध्यक्ष रामेश्वर दास ने कहा, "यदि उन्हें हिंदुत्व से इतनी परेशानी है, तो वे पाकिस्तान या बांग्लादेश चली जाएं। भारत का संविधान सहिष्णुता सिखाता है, लेकिन इसका दुरुपयोग करने वालों को सावधान रहना चाहिए। हर व्यक्ति को संविधान के दायरे में रहकर बोलना चाहिए।"  

पूर्व मंत्री उषा ठाकुर का बयान  
इंदौर से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने इल्तिजा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "इल्तिजा ना तो हिंदुत्व के बारे में जानती हैं और ना ही राम के बारे में। भगवान राम राष्ट्र के पर्याय हैं। उनके आदर्शों का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है। इस प्रकार के विचार राष्ट्रद्रोह के परिचायक हैं। हमें अपने परिवारों को शास्त्रमय, शस्त्रमय और नशामुक्त बनाना होगा। तभी 2047 का स्वर्णिम भारत संभव है।" 

इल्तिजा के किस बयान पर शुरू हुआ विवाद
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसने पूरे देश में बहस छेड़ दी है। इल्तिजा ने कहा, "हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है। यह न केवल समाज को बांट रहा है, बल्कि भगवान के नाम को भी कलंकित कर रहा है। 'जय श्री राम' का नारा अब राम राज्य के लिए नहीं, बल्कि भीड़ द्वारा हत्या के दौरान इस्तेमाल किया जा रहा है।"

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कश्मीरी पंडितों के संगठन ने दर्ज कराया मामला
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि, "यह विचारधारा भगवान के नाम का दुरुपयोग कर रही है और यह देश को बांटने का काम कर रही है।" उनके इस बयान पर साधु-संतों और राजनीतिक नेताओं ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कश्मीरी पंडितों के दो संगठनों, 'यूथ फॉर पनुन कश्मीर' और 'रूट्स इन कश्मीर', ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इन संगठनों ने इल्तिजा पर हिंदू धर्म और उसकी मान्यताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है।

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वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए दिया बयान
यह बयान तब आया जब उन्होंने एक कथित वायरल वीडियो का हवाला दिया, जिसमें कुछ लोग नाबालिग मुस्लिम लड़कों को "जय श्री राम" का नारा लगाने के लिए मजबूर कर रहे थे। इल्तिजा ने इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया और इसे हिंदुत्व की कट्टरता का उदाहरण बताया। हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि किसी भी आधिकारिक स्रोत ने नहीं की है, और बाद में इल्तिजा ने इसे अपने प्लेटफॉर्म से हटा लिया।

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