केंद्र सरकार ने गुरुवार (10 अक्टूबर) को यरूशलेम में स्थापित ग्लोबल पैन-इस्लामिक समूह हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया है। केंद्र सरकार ने इस संगठन पर बैन लगाते हुए कहा कि इसका लक्ष्य जिहाद और आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से विश्व स्तर पर इस्लामी राज्य और खिलाफत स्थापित करना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर कहा, हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) भोले-भाले युवाओं को आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों में शामिल होने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के काम में लगाने का काम करता है। एचयूटी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, सुरक्षित ऐप्स का उपयोग करके और इन युवाओं को आतंकवादी कृत्यों में शामिल होने के लिए संवाद और बैठकें आयोजित करता है। इस तरह से यह संगठन दुनिया भर के युवाओं को आतंकवाद के रास्ते में भेजने का काम करता है।
क्या है हिज्ब-उत-तहरीर?
हिज्ब-उत-तहरीर की स्थापना 1952 में यरूशलम में हुई थी। इसका मुख्यालय लंदन में स्थित है। इस संगठन का नेटवर्क यूरोप और दक्षिण एशिया सहित कई क्षेत्रों में फैला है। खासतौर पर इंडोनेशिया में इसकी अच्छी खासी पकड़ है। कहा जाता है कि इस संगठन का उद्देश्य दुनिया में इस्लामिक राष्ट्र की स्थापना करना और नास्तिक विचारों को खत्म करना है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर का नेटवर्क 50 से अधिक देशों में फैला हुआ है, और इसके 10 लाख से ज्यादा सदस्य हैं। यह संगठन चीन, जर्मनी, रूस, इंडोनेशिया, तुर्की, अरब और बांग्लादेश जैसे कई देशों में प्रतिबंधित है। अब भारत ने भी इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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