NEET UG Counselling 2024: नीट-यूजी काउंसलिंग 2024 को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से शनिवार को इसकी जानकारी सामने आई। पहले यह काउंसलिंग 6 जुलाई, 2024 से शुरू होने वाली थी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि काउंसलिंग की प्रक्रिया निर्धारित तिथि से शुरू होगी। हालांकि, मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने नीट-यूजी काउंसलिंग 2024 के लिए विस्तृत नोटिफिकेशन और शेड्यूल जारी नहीं किया।
नई तारीखों का ऐलान नहीं
शिक्षा मंत्रालय ने फिलहाल काउंसिलंग की नई तारीखों के ऐलान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। इससे पहले मंत्रालय ने कहा था कि छात्रों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मंत्रालय ने कहा है कि छात्रों संयम बनाए रखें। साथ ही किसी भी नई सूचना के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
NEET UG counselling deferred until further notice: Official sources pic.twitter.com/VVMvpGwDDH
— ANI (@ANI) July 6, 2024
छात्रों में असमंजस की स्थिति
काउंसलिंग स्थगित होने से नीट-यूजी के लाखों छात्रों में निराशा और चिंता फैल गई है। MBBS, BDS, AYUSH और अन्य संबंधित कोर्सों में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहे छात्र अब असमंजस की स्थिति में हैं। काउंसलिंग प्रक्रिया में देरी उनके करियर पर असर डाल सकती है। छात्र संगठनों ने इस मामले का जल्द समाधान करने और काउंसलिंग की तारीखों की घोषणा करने की मांग की है।
NTA और शिक्षा मंत्रालय का हो रहा विरोध
नीट परीक्षा का संचालन करने वाली NTA और शिक्षा मंत्रालय को छात्रों एवं राजनीतिक पार्टियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही इस बात को लेकर मीडिया में भी लगातार चर्चा हो रही है। NEET UG परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में कथित तौर पर बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आई थी। NEET UG के प्रश्न पत्र लीक होने और प्रॉक्सी कैंडिडेट्स के परीक्षा देने की शिकायतें सामने आई थी।
कोर्ट में दायर हुई थी याचिकाएं
NTA ने सुप्रीम कोर्ट को पहले ही बताया था कि काउंसलिंग प्रक्रिया समय पर शुरू होगी, लेकिन अब यह स्थगित कर दी गई है। इससे छात्रों और उनके अभिभावकों में निराशा और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। कोर्ट में दायर याचिकाओं में परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और गड़बड़ियों की जांच की मांग की गई है। छात्र संगठन और राजनीतिक दल NTA और शिक्षा मंत्रालय से परीक्षा प्रक्रिया में सुधार की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि नीट-यूजी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।