Parliament Budget Session: संसद के बजट सत्र का दूसरा फेज सोमवार (10 मार्च) से शुरू हुआ। 4 अप्रैल तक चलने वाले सत्र का मंगलवार (11 मार्च) को दूसरा दिन है। पहले दिन दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। आज भी विपक्ष मणिपुर हिंसा और वोटर आईडी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। मणिपुर हिंसा पर चर्चा हो सकती है। स्पीकर ओम बिरला की अध्यक्षता वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) ने इसके लिए एक घंटे का समय दिया है।
मणिपुर के लिए 35,103.90 करोड़ का बजट पेश
बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मणिपुर के लिए 35,103.90 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। राष्ट्रपति शासन के कारण राज्य का बजट संसद में पेश किया गया। बजट में अस्थायी शेल्टर के लिए 15 करोड़ रुपए, आवास के लिए 35 करोड़ रुपए और राहत कार्य के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में तैनात पुलिस कर्मियों के प्रोत्साहन के लिए 2,866 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं।
पहले दिन जमकर हुआ हंगामा
संसद के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। सदन शुरू होते ही लोकसभा में DMK सांसदों ने नई शिक्षा नीति (NEP) और ट्राय-लैंग्वेज को लेकर खूब हल्ला किया। इसके बाद स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए चर्चा की मांग की।
अमेरिकी फंडिंग पर पक्ष और विपक्ष में तकरार
लोकसभा सीटों के परिसीमन, मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और वोटर टर्न आउट पर अमेरिकी फंडिंग के मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में सोमवार को तकरार हुई। विपक्ष ने नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस दिए थे। उप सभापति हरिवंश ने नोटिस खारिज कर दिए। इसके विरोध में कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी सांसद सदन से बाहर चले गए।
वक्फ संशोधन बिल पर होगा हंगामा
केंद्र सरकार के लिए वक्फ संशोधन विधेयक को जल्दी पारित कराना पहली प्राथमिकता होगी। हालांकि, कांग्रेस समेत विपक्षी दल इस बिल का विरोध करने के लिए एकजुट रणनीति बना रहे हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि INDIA गठबंधन वक्फ बिल पर संयुक्त रणनीति बनाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश में चुनाव अब निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं रह गए हैं, बल्कि सरकार इसे नियंत्रित कर रही है।
13 फरवरी तक चला था पहला चरण
बता दें कि संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चला था। पहले चरण में 13 फरवरी को वक्फ बिल पर JPC की रिपोर्ट संसद में पेश हुई थी। विपक्ष ने रिपोर्ट को फर्जी बताया था। इसके बाद संसद में हंगामा भी हुआ था।