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PM Modi Bihar Visit: 22 महीने बाद यह पहला मौका है, जब नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री एक साथ आए। आखिरी बार दोनों नेता एक साथ 12 जुलाई 2022 को नजर आए थे। तब मौका बिहार विधानसभा का शताब्दी समारोह था। 

PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बिहार पहुंचे। राज्य में एनडीए की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला दौरा है। औरंगाबाद में पीएम मोदी को नीतीश कुमार माला पहना रहे थे। लेकिन पीएम मोदी ने उनका हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचा और माला के अंदर ले लिया। मंच से ही सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आप पहले आए तो उधर हम गायब हो गए थे। मैं कुछ दिन पहले उधर चला गया था, लेकिन अब नहीं जाऊंगा। अब आप के साथ रहेंगे। यह सुनकर पीएम मोदी हंसने लगे। 

22 महीने बाद यह पहला मौका है, जब नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री एक साथ आए। आखिरी बार दोनों नेता एक साथ 12 जुलाई 2022 को नजर आए थे। तब मौका बिहार विधानसभा का शताब्दी समारोह था। 

हम काम शुरू करते हैं तो उसे पूरा भी करते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औरंगाबाद में 21.5 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम हैं। इनमें आधुनिक बिहार की मजबूत झलक है। यही NDA की पहचान है। हम काम की शुरुआत भी करते हैं। काम पूरा भी करते हैं और हम ही उसे जनता-जनार्दन को समर्पित भी करते हैं। ये मोदी की गारंटी है।

अयोध्या में रामलला विराजमान हुए तो सबसे ज्यादा खुशी बिहार को
पीएम मोदी ने ठाकुर कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए कहा कि आज बिहार की धरती पर मेरा आना कई मायनों में खास है। अभी कुछ दिन पहले ही बिहार के गौरव कर्पूरी ठाकुर जी को देश ने भारत रत्न दिया है। ये सम्मान पूरे बिहार का सम्मान है। पीएम मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर की बात की। उन्होंने कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। अयोध्या में रामलला विराजमान हुए हैं, तो स्वाभाविक है, सबसे ज्यादा खुशी माता सीता की धरती पर ही मनाई जाएगी। 

पीएम मोदी ने कहा कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर बिहार जिस आनंद में डूबा, बिहार के लोगों ने जैसा उत्सव मनाया, रामलला को जो उपहार भेजे, मैं वो खुशी आपसे साझा करने आया हूं।

लालू परिवार पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने इशारों ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए की शक्ति बढ़ने के बाद बिहार में परिवारवादी राजनीति हाशिए पर जाने लगी है। परिवारवादी राजनीति की एक और विडंबना है। मां-बाप से विरासत में पार्टी और कुर्सी तो मिल जाती है, लेकिन मां-बाप की सरकारों के काम का एक बार भी जिक्र करने की हिम्मत नहीं पड़ती है। ये है परिवारवादी पार्टियों की हालत।

पीएम मोदी ने कहा कि एक वो दौर था, जब बिहार के ही लोग अपने ही घरों से निकलने में डरते थे। एक ये दौर है, जब बिहार में पर्यटन की संभावनाएं विकसित हो रही हैं। बिहार को वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें मिलीं, अमृत स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। 

बिहार के विकास की मोदी की गारंटी 
बिहार में जब पुराना दौर था, राज्य को अशांति, असुरक्षा और आतंक की आग में झोंक दिया गया था। बिहार के युवाओं को प्रदेश छोड़कर पलायन करना पड़ा। एक आज का दौर है, जब हम युवाओं का कौशल विकास कर रहे हैं। बिहार के हस्त शिल्प को बढ़ावा देने के लिए हमने 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एकता मॉल की नींव रखी है। ये नए बिहार की नई दिशा है। ये बिहार की सकारात्मक सोच है। ये इस बात की गारंटी है कि बिहार को हम वापस पुराने दौर में नहीं जाने देंगे।

बिहार के विकास की मोदी की गारंटी है। बिहार में शांति और कानून व्यवस्था का राज ये मोदी की गारंटी है। बिहार में बहन-बेटियों को अधिकार-ये मोदी की गारंटी है।

बेगूसराय भी जाएंगे पीएम मोदी
औरंगाबाद के बाद पीएम मोदी बेगूसराय पहुंचेंगे। यहां देश भर में लगभग 1.48 लाख करोड़ रुपये की कई तेल और गैस क्षेत्र की परियोजनाओं और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। बिहार में इसकी कीमत 13,400 रुपये से ज्यादा है। ये परियोजनाएं केजी बेसिन के साथ-साथ बिहार, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटक में फैली हुई हैं। 

28 जनवरी को नीतीश एनडीए में हुए थे शामिल
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी से गठबंधन तोड़ा था। उसी दिन वे एनडीए में शामिल हुए और सरकार बनाई थी। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा था कि जहां था, वहां आ गया हूं। अब कहीं जाने का सवाल नहीं है। 2022 में नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होकर राजद के साथ सरकार बनाई थी। लेकिन दो साल से भी कम वक्त में वे दोबारा एनडीए से जुड़ गए। 

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