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Veer Bal Diwal 2023: सिखों के 10वें गुरु गोविंद के चार बेटों की वीरता और अमर बलिदान को याद करने के लिए हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है।

Veer Bal Diwal 2023: गुरु गोविंद सिंह के शहीद साहिबजादों की याद में मंगलवार को दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में वीर बाल दिवस मनाया गया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है। उनसे प्रेरणा ले रहा है। आजादी के अमृतकाल में वीर बाल दिवस के रूप में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। 

पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

  • पिछले साल देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना। यह दिन भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती है। 
     
  • वीर बाल दिवस अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। इस साल अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, यूएई और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के वीर साहबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी। उनके महत्वपूर्ण बलिदानों से सीखेगी।
     
  • जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं, तो दुनिया का नजरिया बदला है। 

  • भारत अब गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है। आज भारत को अपने लोगों पर, अपने सामर्थ्य और अपनी प्रेरणाओं पर पूरा भरोसा है। आज के भारत के लिए साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है। भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान, गुरु गोविंद सिंह का बलिदान पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है।
  • हमें देश की मिट्टी की आन-बान और शान के लिए जीना है। हमें देश को बेहतर बनाने के लिए जीना है। हमें इस महान राष्ट्र की संतान के रूप में देश को विकसित करने के लिए जीना है। 
     
  • भारत दुनिया के उन देशों में से एक है, जहां सबसे ज्यादा युवा हैं। इतना युवा तो भारत अपने आजादी के समय भी नहीं था। जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है। यह कल्पना से परे है।  

गृह मंत्री शाह ने साहिबजादों को किया याद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साहिबजादों की अमर कहानी को याद किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि वीर बल दिवस पर मैं गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों और माता गुजरी जी को नमन करता हूं। सर्वोच्च साहस के साथ वे क्रूर मुगल शासन के खिलाफ खड़े हुए और धर्म परिवर्तन से इनकार करते हुए शहादत को चुना। आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए उनकी बेजोड़ वीरता जारी रहेगी।

औरंगजेब ने दीवार में जिंदा चुनवाया था
सिखों के 10वें गुरु गोविंद के चार बेटों की वीरता और अमर बलिदान को याद करने के लिए हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है। औरंगजेब के खास नवाब वजीर खान के आदेश पर इस्लाम न कबूल करने पर 10 साल से भी कम उम्र के साहिबजादों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था। 

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