Pune Porche Accident Update: महाराष्ट्र में पुणे के बहुचर्चित पोर्श कार हादसे में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। बिगड़ैल बेटे को बचाने के लिए ब्लड सैंपल बदलने वाली मां शिवानी अग्रवाल को पुलिस ने शनिवार, 1 जून को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मां-बेटे को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। इस दौरान आरोपी नाबालिग ने दावा किया कि उसे दुर्घटना कैसे हुई, उसके बाद क्या हुआ, कुछ भी याद नहीं है। क्योंकि वह नशे में था।
आरोपी नाबालिग 22 मई से येरवडा बाल सुधार गृह में है। आरोपी 17 साल का है। इसलिए उसे यहां मजिस्ट्रेट के आदेश पर रखा गया है। 19 मई को उसने अपनी लग्जरी पोर्श कार से दो आईटी प्रोफेशनल्स को कुचल दिया था। दोनों की मौके पर मौत हो गई थी।
सवाल अनेक, जवाब सिर्फ एक- नशे में था
शनिवार, 1 जून को पुलिस ने आरोपी से करीब एक घंटे पूछताछ की। सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक पूछताछ हुई। उस वक्त उसकी मां शिवानी अग्रवाल भी सामने थीं। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह दुर्घटना के समय नशे में था, इसलिए उसे कुछ भी याद नहीं है। सहायक पुलिस आयुक्त सुनील तांबे और जिला बाल संरक्षण अधिकारी सहित अपराध शाखा के अधिकारी पूछताछ में शामिल थे। पुलिस ने कहा कि ज्यादातर सवालों का जवाब आरोपी ने नहीं दिया। वह पूछताछ के दौरान चुप रहा।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे अधिकारियों ने नाबालिग से दुर्घटना से पहले वह कहां था, ब्लैक और कोजी पब में उसकी मौजूदगी, पोर्श ड्राइविंग, दुर्घटना का विवरण, साक्ष्यों से छेड़छाड़, ब्लड सैंपल और मेडिकल टेस्ट के बारे में पूछा। सभी सवालों के जवाब में नाबालिग ने एक ही जवाब दिया- उसे कुछ भी याद नहीं है, क्योंकि वह नशे में था।
48 हजार रुपए की पी गए थे शराब
शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग और उसके दोस्तों ने दो पब में शराब पी थी, जहां उनका कुल बिल 48,000 रुपए था। दुर्घटना के कुछ दिनों बाद पुलिस ने कार में मौजूद दो अन्य नाबालिगों के भी बयान दर्ज किए थे।