Mallikarjun Kharge vs Neeraj Shekhar: राज्यसभा में सोमवार (3 फरवरी) को जबरदस्त हंगामा हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान माहौल गरमा गया। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपने भाषण में डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमत पर बोल रहे थे। इसी दौरान बीजेपी सांसद नीरज शेखर ने बीच में कुछ कह दिया। इस पर खड़गे गुस्सा हो गए और उन्होंने सख्त लहजे में कहा, "चुप, चुप, चुप बैठ... चुप बैठ।" खड़गे ने यह भी कहा कि मैं तुम्हारे पिता और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का करीबी था और उनके साथ काम कर चुका हूं। 

कौन हैं नीरज शेखर?
बता दें कि नीरज शेखर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे हैं। वह पहले समाजवादी पार्टी में थे। नीरज शेखर एसपी के टिकट पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सांसद रह चुके हैं। साल 2019 में नीरज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और राज्यसभा सांसद बने। अपने राजनीतिक करियर में नीरज शेखर ने समाजवादी विचारधारा से बीजेपी तक का सफर तय किया है। संसद में वह अक्सर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार उनकी टिप्पणी कांग्रेस अध्यक्ष को नागवार गुजरी, जिससे सदन में माहौल गर्म हो गया।

खड़गे ने सरकार पर बोला हमला
अपने भाषण में मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर हमला बोला। खड़गे ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संविधान की वजह से 2025-26 का बजट पेश करने में सक्षम हुईं, न कि मनुस्मृति की वजह से। खड़गे ने केंद्र सरकार के 11 साल के शासन की कमियां गिनाते हुए कहा कि सरकार विकास, रोजगार और किसान कल्याण जैसे अहम मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने का भी आरोप लगाया। खड़गे के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने कड़ा विरोध जताया।

अमित शाह पर भी साधा निशाना
मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने शाह की बीआर अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी की निंदा की। खड़गे ने कहा कि यह अंबेडकर का "बड़ा अपमान" है और इसके लिए अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। खड़गे के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने सदन में हंगामा कर दिया। इस पर सभापति को हस्तक्षेप करना पड़ा। संसद का यह सत्र पहले से ही गरम माहौल में चल रहा है, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार आमने-सामने हैं।

संसद में लगातार बढ़ रहा टकराव
बजट सत्र की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार जारी है। पहले दिन से ही विभिन्न मुद्दों पर बहस और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि बीजेपी बचाव में आ रही है। संसद में इस तरह की बयानबाजी से माहौल और गर्म हो रहा है। आने वाले दिनों में बहस और भी तीखी हो सकती है, क्योंकि कई अहम मुद्दे अभी चर्चा के लिए बचे हैं।