Sam Pitroda Supports Wealth Redistribution: देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य भाजपा नेता कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर निशाना साध रहे हैं। पीएम मोदी ने तो यहां तक कह डाला कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो आपकी संपत्ति, माताओं-बहनों का सोना घुसपैठियों में बांट देगी। यह विवाद अभी थमा नहीं है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने बैठे-बिठाए एक और मुद्दा भाजपा को दे दिया है।
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सैम पित्रोदा के बयान से पार्टी को अलग कर लिया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा कि सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए एक मेंटर, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा कई मुद्दों पर स्वतंत्र रूप से अपनी राय व्यक्त करते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं।
Sam Pitroda has been a mentor, friend, philosopher, and guide to many across the world, including me. He has made numerous, enduring contributions to India's developments. He is President of the Indian Overseas Congress.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 24, 2024
Mr Pitroda expresses his opinions freely on issues he…
अब पढ़िए सैम पित्रोदा की पूरी बात...
अमेरिका में बच्चों को मिलती है 45 फीसदी प्रॉपर्टी
सैम पित्रोदा ने वेल्थ री-डिस्ट्रीब्यूशन यानी धन के पुनर्वितरण पर पार्टी के रुख का समर्थन किया और देश में विरासत टैक्स कानून की वकालत की है। पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति है और जब उसकी मौत हो जाती है तो उसके बच्चों को सिर्फ 45 प्रतिशत संपत्ति मिलती है। 55 प्रतिशत संपत्ति सरकार हड़प लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है।
पित्रोदा ने कहा, आप कहते हैं कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं। आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए। पूरी नहीं लेकिन आधी जरूर छोड़नी चाहिए। यह मुझे उचित लगता है। लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता। तो ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को बहस और चर्चा करनी होगी। मैं नहीं जानता कि इसका नतीजा क्या होगा।
पित्रोदा ने कहा कि जब हम धन के पुनर्वितरण के बारे में बात कर रहे हैं तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात कर रहे हैं जो लोगों के हित में हैं। हम ऐसी स्कीम की बात नहीं करते जो सिर्फ देश के सुपर अमीरों के लिए ही हो।
#WATCH | Chicago, US: Chairman of Indian Overseas Congress, Sam Pitroda says, "...This is a policy issue. Congress party would frame a policy through which the wealth distribution would be better...We don't have a minimum wage (in India)...If we come up with a minimum wage in the… pic.twitter.com/PO6Mnili5p
— ANI (@ANI) April 24, 2024
कांग्रेस बनाएगी संपत्ति वितरण की नीति
पित्रोदा ने यह भी कहा कि धन वितरण का विषय पूरी तरह से एक 'नीतिगत मुद्दा' है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी जिसके माध्यम से धन वितरण बेहतर होगा। हमारे पास (भारत में) न्यूनतम वेतन नहीं है। अगर हम देश में न्यूनतम वेतन के साथ आते हैं और कहते हैं कि गरीबों को इतना पैसा मिलेगा तो यह धन का वितरण है। आज, अमीर लोग अपने चपरासियों, नौकरों और घरेलू नौकरों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं, लेकिन वे उस पैसे को दुबई और लंदन में छुट्टियों पर खर्च करते हैं।
सैम पित्रोदा से कांग्रेस के घोषणापत्र पर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा सोचना नासमझी है। किसी देश के प्रधानमंत्री ऐसा सोचते हैं तो मुझे उनकी समझ को लेकर चिंता है।
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने कांग्रेस के घोषणापत्र को तुष्टिकरण का दस्तावेज बताया है। राजस्थान में कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अप्रैल को कहा था कि पार्टी एक सर्वेक्षण कराएगी और वे महिलाओं के पास मंगलसूत्र भी नहीं रहने देंगे।
मुस्लिम लीग से कोई लेना-देना नहीं
पित्रोदा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस के घोषणापत्र को तत्कालीन 'मुस्लिम लीग' का घोषणा पत्र बताए जाने पर अफसोस जताया। पित्रोदा ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पर शर्म आती है और उन्होंने उन्हें 'पैथोलॉजिकल झूठा' कहा। उन्होंने कहा कि मुझे उनके लिए दुख है। इस घोषणापत्र का मुस्लिम लीग से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे अपने प्रधान मंत्री पर शर्म आती है। वह एक पैथोलॉजिकल झूठे हैं। वे कैसे झूठ बोल सकते हैं और सहज महसूस कर सकते हैं।'
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने कहा था कि इन दिनों कांग्रेस छोड़ने वाले लोग एक बात बहुत गंभीरता से कहते हैं। वे सभी कह रहे हैं कि कांग्रेस अब कांग्रेस नहीं रही। वह अर्बन नक्सलियों के चंगुल में है। कांग्रेस अब कम्युनिस्टों की पकड़ में है। हमारे एक मित्र ने उनसे पूछा कि यह आप कैसे कह सकते हैं तो उन्होंने कहा कि उनके (कांग्रेस) घोषणापत्र को देखें। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जो कहा है वह गंभीर और चिंताजनक है। यह माओवादी सोच को लागू करने का उनका प्रयास है।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो हर व्यक्ति की संपत्ति का सर्वे होगा, हमारी बहनों के पास कितना सोना है, इसका पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों के पास जो सोना है, वह सिर्फ दिखावे के लिए नहीं है, यह उनके स्वाभिमान से जुड़ा है। पीएम मोदी ने पूछा कि धन इकट्ठा करके किसे बांटोगे, उनको बांटोगे जिनके ज्यादा बच्चे हैं, घुसपैठियों को बांटोगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा, क्या ये तुम्हें मंजूर है?
सैम पित्रोदा पर BJP और RLD ने किया पलटवार
एनडीए गठबंधन में शामिल आरएलडी के महासचिव मलूक नागर ने सैम पित्रोदा के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि आजकल जो कुछ भी बोला गया है, सैम पित्रोदा उसी पर जोर दे रहे हैं। सैम पित्रोदा की मानसिक स्थिति पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
रॉबर्ट वाड्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बयान पर मलूक नागर ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा कह रहे हैं कि कई पार्टियां उन्हें टिकट दे रही हैं। कांग्रेस नेताओं और तथाकथित INDI गठबंधन के बीच लड़ाई शुरू हो गई है। परिवार के अंदर भी ऐसा ही हो रहा है। वह (रॉबर्ट वाड्रा) खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि कई पार्टियां उन्हें (चुनाव) लड़ना चाहती हैं।
#WATCH | Delhi: On Chairman of Indian Overseas Congres Sam Pitroda's remark, National General Secretary of Rashtriya Lok Dal (RLD) Malook Nagar says, "Whatever has been spoken down the days, he (Sam Pitroda) is emphasizing it. Nothing can be said about the mental condition of Sam… pic.twitter.com/Gwia8CTzQp
— ANI (@ANI) April 24, 2024
भाजपा ने कहा- कांग्रेस ने देश को नष्ट करने का फैसला किया
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस ने भारत को नष्ट करने का फैसला किया है। अब सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 प्रतिशत विरासत कर की वकालत करते हैं। इसका मतलब है कि हम अपनी पूरी मेहनत के साथ जो कुछ भी बनाते हैं, उसका 50 प्रतिशत हिस्सा सरकार का होगा।