Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न और हिंसा के मामले पर सियासत जारी है। शुक्रवार को संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं से मिलने जा रहे भाजपा प्रतिनिधि मंडल को पुलिस ने रोक लिया है। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल के सदस्य धरने पर बैठ गए हैं। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हम यहां पीड़ितों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए आए हैं। आज जिस तरह से पुलिस यहां हमें रोकने के लिए तत्परता के साथ खड़ी है, अगर यही तत्परता शेख शाहजहां को गिरफ्तार करने के लिए दिखाई गई होती तो ये नौबत ही नहीं आती।
सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल
संदेशखाली मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख पर लगे आरोपों की विशेष जांच टीम (SIT) या केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई है। याचिका में न केवल जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है, बल्कि कथित अपराधों के पीड़ितों के लिए मुआवजे की भी मांग की गई है।
#WATCH | West Bengal: The 6-member BJP delegation constituted by party national president JP Nadda to visit Sandeshkhali has been stopped by Police. pic.twitter.com/k0xQoYUQs8
— ANI (@ANI) February 16, 2024
भाजपा प्रतिनिधिमंडल में ये शामिल
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा गठित 6 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को कोलकाता के होटल से संदेशखाली के लिए रवाना हो गया। टीम में अग्निमित्रा पॉल, पूर्व एडीजी बृजलाल, प्रतिमा भौमिक, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा, 'संदेशखाली में जो घटना हुई वह निंदनीय है। मुख्यमंत्री का नाम 'ममता' है, लेकिन उनकी पार्टी के गुंडे शाहजहां शेख महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं। इस मुद्दे को उठाने पर कई बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए गए हैं। सीएम ममता बनर्जी राज्य में लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं। पुलिस इस घटना के लिए जिम्मेदार टीएमसी के गुंडों को संरक्षण दे रही है। आज हम संदेशखाली जा रहे हैं।'
#WATCH | West Bengal: A 6-member BJP delegation constituted by party national president JP Nadda leaves for Sandeshkhali from a hotel in Kolkata. pic.twitter.com/L2ymE0yrql
— ANI (@ANI) February 16, 2024
भाजपा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि हम घटना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों से मिलेंगे। एक तरफ, केंद्र महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है और दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। यह बेहद निंदनीय है।
केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि सैकड़ों शेख शाहजहां का पालन-पोषण ममता बनर्जी कर रही हैं। कल विधानसभा में वह उनकी सुरक्षा कर रही थीं। संदेशखाली का दौरा करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है।
कैसे आया शाहजहां शेख का नाम?
संदेशखाली में 5 जनवरी को करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में तृणमूल के मजबूत नेता शाहजहां शेख के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। शाहजहां के लोगों ने कथित तौर पर ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया। जिससे अराजक स्थिति पैदा हो गई।
इसके बाद संदेशखाली की महिलाएं जमीन हड़पने और वर्षों तक यातना और यौन उत्पीड़न के आरोपों के साथ आगे आईं। एक महिला ने आरोप लगाया कि तृणमूल नेता उन्हें प्रताड़ित करते थे। उन्होंने महिलाओं को निशाना बनाया और उनके पतियों को उठाकर पार्टी कार्यालय में डंडे से पीटा। महिला ने दावा किया कि अगर हमने पार्टी कार्यालय में जाने से इनकार कर देते हैं तो वे पुरुषों को उठा लेंगे और उनकी पिटाई करेंगे ताकि हम जाने के लिए मजबूर हो जाएं।
आरोपों को लेकर बीजेपी ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। सत्तारूढ़ दल ने आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि भाजपा क्षेत्र में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही है।
गवर्नर ने जांच के लिए स्पेशल टीम बनाने का दिया सुझाव
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी संदेशखली का दौरा किया। उन्होंने संदेशखाली की स्थिति को भयानक, चौंकाने वाला, विनाशकारी बताया। उन्होंने आरोपों की जांच के लिए एक विशेष कार्य बल के गठन का सुझाव दिया।