Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जॉर्ज सोरोस को लेकर किए गए अपने 15 साल पुराने सोशल मीडिया पोस्ट पर सफाई दी है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि मैंने कभी भी जॉर्ज सोरोस से एक पैसा नहीं लिया। शशि थरूर ने साेशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (जिस उस समय ट्वीटर) कहा जाता था, पर 26 मई 2009 काे यह पोस्ट किया था। इस पोस्ट में थरूर ने जॉर्ज सोरोस के साथ हुई मुलाकात का जिक्र किया था।
थरूर ने की थी जॉर्ज सोरोस की तारीफ
थरूर ने अपने पोस्ट में सोरोस को भारत के प्रति उत्साही और विश्व का एक चिंतित नागरिक बताया था। इस पोस्ट पर बीजेपी ने सवाल उठाए थे। विपक्षी पार्टियों पर सोरोस के साथ संबंध रखने के आरोप लगाए थे। शशि थरूर कहा है कि मैंने जॉर्ज सोरोस या उसकी किसी संस्था से कभी आर्थिक मदद नहीं ली है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सोरोस से मेरी पहचान उस समय हुई थी जब मैं UN में काम किया करता था। मैं सोरोस को एक ईमानदार और अंतरराष्ट्रीय सोच वाले शख्स के तौर पर जानता था। इस संबंध में मैंने कभी कोई राजनीतिक या व्यक्तिगत लाभ नहीं उठाया।
क्या है पूरे विवाद की वजह?
जॉर्ज सोरोस को लेकर हाल ही में बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच बहस तेज हो गई है। बीजेपी का आरोप है कि सोरोस का मकसद भारत सरकार को नुकसान पहुंचाना है। इसी दौरान थरूर का पुराना ट्वीट वायरल हुआ, जिससे यह विवाद और बढ़ गया। थरूर को सोशल मीडिया पर कई तरह के सवालों का सामना करना पड़ा।थरूर ने कहा कि मेरी सोरोस के साथ पुरानी पहचान का आज कोई राजनीतिक महत्व नहीं है। थरूर ने ट्रोल फैक्ट्री को आड़े लेते हुए कहा कि पंद्रह साल पुराने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर लगाए जा रहे सभी आरोप बेतुके हैं।
हरदीप सिंह पुरी के साथ मुलाकात का किया जिक्र
थरूर ने यह भी बताया कि सोरोस से उनकी दूसरी और आखिरी मुलाकात तत्कालीन राजदूत और अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के घर हुई थी। यह मुलाकात तब हुई जब थरूर विदेश राज्य मंत्री के रूप में न्यूयॉर्क गए थे। इस रात्रिभोज में कई अन्य जानी मानीअमेरिकी हस्तियां भी मौजूद थे। थरूर ने कहा कि मुझे पहले से पता था कि ट्रोलिंग होगी। लेकिन मैं साफ करना चाहता हूं कि मेरे और जॉर्ज सोरोस के बीच कभी किसी प्रकार का राजनीतिक या वित्तीय लेन-देन नहीं हुआ। थरूर ने कहा कि अब इस मामले को यहीं खत्म कर दिया जाना चाहिए।