राजनांदगांव। इस मामले पर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस बीच, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सीबीआई जांच की मांग की है, वहीं प्रदेश भाजपा ने गृहमंत्री से मामले की शिकायत कर पारदर्शिता बरतने के लिए कहा है। उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव जिले में एक अभ्यर्थी के लंबी कूद में अंक गलत एंट्री होने से मामले पकड़ में आया था। इस गड़बड़ी के पीछे हैदराबाद की सॉफ्टवेयर कंपनी टाइमिंग टेक्नोलॉजी की भारी गलतियां सामने आ रही हैं।
इस कंपनी ही प्रदेश के सभी जिलों में डाटा एंट्री करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन कई जिलों से जानकारी सामने आ रही है कि अभ्यर्थियों को मिले अंकों की जगह अधिक नंबरों की एंट्री कर दी गई है। राजनांदगांव जिले में इस सनसनीखेज मामले के पकड़े जाने के बाद बाकी सभी जिलों में भी पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है।
लोकल लोगों के सहारे काम
इस पूरी प्रक्रिया में गड़बड़ी का सबसे बड़ा कारण हैदराबाद की कंपनी टाइमिंग टेक्नोलॉजी द्वारा जिन जिलों में भर्ती चल रही है, वहीं के स्थानीय लोगों को काम पर रख लेना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों को ही नंबरों की एंट्री का काम दे दिया गया है। ऐसे में अंकों की एंट्री में गड़बड़ी होने की संभावना भी बढ़ जाती है। हालांकि कुछ जिलों में पुलिस कर्मियों की संलिप्तता की भी जानकारी सामने आ रही है।
इसे भी पढ़ें... पुलिस भर्ती में गड़बड़ी : 4 पुलिसकर्मियों समेत 6 आरोपी गिरफ्तार, इनमें से दो हैदराबाद की इवेंट कंपनी के लोग
न ऑडिट, मॉनिटरिंग पर भी सवाल
प्रदेशभर में एक साथ जारी भर्ती प्रक्रिया में एंट्री का काम जिस टाइमिंग टेक्नोलॉजी कंपनी को दिया गया है, उसका टेक्निकल ऑडिट तक नहीं होने की बातें सामने आ रही है। इसके अलावा अंकों की एंट्री के बाद उसमें बदलाव का विकल्प भी ऑपरेटरों को लोकल लेवल पर दे दिया गया है। ऐसे में अंकों की एंट्री में कई दफा बदलाव भी कर लिए जा रहे हैं।
इस तरह की गड़बड़ी
राजनांदगांव जिले में कुछ ऐसे प्रकरण भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि जिन अभ्यर्थियों ने दौड़ में भाग ही नहीं लिया, उनके भी अंक एंट्री कर दिए गए हैं। इसके अलावा किसी भी अभ्यर्थी को दोबारा मौका देने का प्रावधान नहीं रखा गया है, लेकिन इसके बावजूद दर्जनों अभ्यर्थियों को कई इवेंट में दो से तीन बार अंक एंट्री कर दिए गए हैं। अब इस पूरे मामले में सीसीटीवी फूटेज के सहारे जांच की जा रही है।
जल्द होगा निर्णय
प्रवक्ता भाजपा गौरी शंकर श्रीवास ने बताया कि, वर्तमान में केवल राजनांदगांव में तकनीकी तौर पर गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है। विभाग समीक्षा कर रहा है। इस पर जल्द अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मौजूदा भर्ती प्रक्रिया से उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को अवगत करवाया गया है। अभ्यर्थियों के बीच सरकार की विश्वसनीयता कायम रहे तथा भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से संपादित हो। इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
फर्जीवाड़ा पर एक्शन, चार पुलिस जवान सहित छह आरोपी गिरफ्तार
जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा की भर्ती प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ी पाए जाने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जिला पुलिस बल आरक्षक संदर्भ चयन परीक्षा वर्ष 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया के दौरान भर्ती समिति की इंटरनल पुलिस टीम द्वारा चेकिंग के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर पुलिस द्वारा लालबाग थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला आरक्षक पुष्पा चंद्रवंशी, आरक्षक धर्मराज मरकाम, नुतेश्वरी धुर्वे, पवन कुमार साहू, आरक्षक योगेश कुमार धुर्वे व आरक्षक परिधि निषाद के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में लगातार जांच पड़ताल कर रहे हैं।
आरोपों से घिरे पुलिसकर्मी ने की खुदकुशी
मामले के संज्ञान में आने के बाद राजनांदगांव पुलिस महकमे ने दोषियों की पतासाजी के लिए जांच शुरू कर दी है। शुरुआती दौर की जांच में करीब दर्जनभर पुलिस कर्मियों के साथ-साथ लोकल लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इसी मामले के आरोपों में घिरे पुलिस जवान अनिल रत्नाकर ने शनिवार की अल सुबह फांसी में लटककर आत्महत्या कर ली। जवान ने अपने हाथ में ही सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें उसने यह उल्लेख किया है कि भर्ती में छोटे कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है और अफसरों को बचाया जा रहा है।
सीबीआई जांच कराए सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि, राजनांदगांव जिले में सामने आए आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी मामले एवं आरक्षक की मौत को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार को इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए।
एफआईआर दर्ज
आईजी राजनांदगांव रेंज दीपक झा ने बताया कि, इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। तकनीकी त्रुटियों को दूर करने की कार्यवाही भी चल रही है।