Sonia Gandhi on Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार (31 जनवरी) को संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। इसके बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति मुर्मू को ‘गरीब महिला’ कह दिया। सोनिया गांधी के इस बयान देते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी ने इसे आदिवासी समाज का अपमान बताया। वहीं, राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को उबाऊ बताया। बीजेपी ने कांग्रेस पर आदिवासी विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस गरीब और आदिवासी विरोधी सोच रखती है। उन्होंने सोनिया गांधी से देश और आदिवासी समाज से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की।
बीजेपी ने कांग्रेस को बताया आदिवासी विरोधी
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही गरीबों और आदिवासियों के खिलाफ रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि कांग्रेस का यह रवैया आदिवासी समाज के खिलाफ उसकी मानसिकता को दर्शाता है। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया गया था, जो सभी वर्गों के लिए लाभदायक रही हैं। लेकिन कांग्रेस ने इसे हल्के में लिया और राष्ट्रपति के प्रति असम्मानजनक टिप्पणी कर दी।
#WATCH | Delhi | After the President's address to the Parliament, Congress MP Sonia Gandhi says,"...The President was getting very tired by the end...She could hardly speak, poor thing..." pic.twitter.com/o6cwoeYFdE
— ANI (@ANI) January 31, 2025
सोनिया गांधी से माफी की मांग
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी सोनिया गांधी के बयान पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने आत्मविश्वास के साथ सरकार की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इसे तिरस्कार की दृष्टि से देखा। उन्होंने मांग की कि सोनिया गांधी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने राहुल गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वह लगातार राजनीति में अपनी स्थिति मजबूत करने में विफल रहे हैं।
राष्ट्रपति ने सरकार की उपलब्धियों का दिया ब्योरा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों और योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसी योजनाओं की चर्चा की। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में महिला नेतृत्व को बढ़ावा दिया जा रहा है और ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ इसी दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की नीतियों के कारण 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं।
सोनिया गांधी का बयान कैसे आया सामने?
राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बीच बातचीत के दौरान यह टिप्पणी सामने आई। राहुल गांधी ने अपनी मां से सवाल किया कि क्या राष्ट्रपति का भाषण उबाऊ नहीं था? इस पर सोनिया गांधी ने जवाब दिया कि राष्ट्रपति बेहद थकी हुई लग रही थीं और कठिनाई से बोल पा रही थीं। इसी दौरान उन्होंने उन्हें ‘गरीब महिला’ कह दिया। यह बयान सामने आते ही विवाद खड़ा हो गया और बीजेपी ने इसे राष्ट्रपति और आदिवासी समाज का अपमान करार दिया।