U19 T20 World Cup final: महिला अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में रविवार को कुआलालंपुर में दो अजेय टीमें आमने-सामने होंगी। यह टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण है, और भारत ने खुद को इस टूर्नामेंट में सबसे मजबूत टीम के रूप में साबित किया है। भारत ने सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, और 2023 की चैंपियन टीम से कहीं ज्यादा मजबूत नजर आ रही है।
निकी प्रसाद की कप्तानी में भारत ने शानदार बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग की है। श्रीलंका और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ भी भारत ने दमदार खेल दिखाया और इन दोनों टीमों को आसानी से हराया। भारत ने दिसंबर 2024 में अंडर-19 महिला एशिया कप भी जीता था, जोकि इस टूर्नामेंट के लिए उनकी तैयारी का एक अहम हिस्सा था।
साउथ अफ्रीका बिना मैच गंवाए फाइनल में पहुंचा
वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने पिछले साल के मुकाबले अपने खेल में काफी सुधार किया है। कप्तान कायला रेनेके की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका ने 2023 में सुपर सिक्स से आगे बढ़ने का मौका गंवा दिया था, लेकिन 2025 में वे फाइनल तक पहुंचने में सफल रहे। साउथ अफ्रीका ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया, जो उनके टूर्नामेंट का अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण मैच था। हालांकि, बारिश के कारण कुछ मैचों में उन्हें कम ओवरों में खेलना पड़ा, फिर भी उन्होंने हर मैच में जीत दर्ज की।
भारत के पास जी त्रिशा मजबूत बैटर
अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जबरदस्त मुकाबला होने की उम्मीद है। भारत की गोंगाड़ी त्रिशा, जो इस टूर्नामेंट की प्रमुख रन-स्कोरर हैं, और दक्षिण अफ्रीका की जेमा बोथा, जो आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानी जाती हैं, फाइनल के नतीजे को प्रभावित कर सकती हैं। त्रिशा ने टूर्नामेंट में 150 के स्ट्राइक रेट से रन ठोके हैं। इस संस्करण में जी त्रिशा टूर्नामेंट के इतिहास की पहली शतकवीर भी बनीं थीं।
भारत की ताकत स्पिन गेंदबाजी
भारतीय टीम के तीन बाएं हाथ के स्पिनर– आयुषी शुक्ला,परुनिका सिसोदिया और वैष्णवी शर्मा ने टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी की। इनकी सटीक गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के कारण विपक्षी टीमों के लिए रन बनाना मुश्किल रहा। वहीं, दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजों ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया, और उन्होंने छह विकेट लिए थे।
पिच का मिजाज कैसा होगा?
कुआलालंपुर के बेयूमीस ओवल का विकेट ऑस्ट्रेलिया के डार्विन से मंगाई गई मिट्टी से तैयार की गई हैं और अन्य दो विकेट स्थानीय लाल मिट्टी से बनी है। अंडर-19 टी20 विश्व कप के मुकाबले दोनों तरह के विकेट पर खेले गए हैं, जिसमें लाल मिट्टी से तैयार विकेट पर गेंद ज्यादा घूमी है। भारत और श्रीलंका के बीच हुआ मुकाबला लाल मिट्टी से तैयार विकेट पर ही हुआ था।
ऑस्ट्रेलियाई मिट्टी की पिच (नंबर 2 और 3) रन बनाने के लिए अनुकूल हैं और इसमें गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों के लिए कुछ न कुछ मौजूद है।, जैसे शुक्रवार के सेमीफाइनल के लिए पिच नंबर 2 थी। पिच नंबर 3 का उपयोग फाइनल के लिए किया जाएगा, और इसके भी स्पोर्टिंग रहने की पूरी उम्मीद है।
पिच चाहे जो भी हो, भारत के तीन बाएं हाथ के स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया है, उन्होंने कुल मिलाकर 35 विकेट लिए हैं, जिसमें सेमीफाइनल में सभी 8 विकेट शामिल हैं। आयुषी शुक्ला, परुनिका सिसोदिया और वैष्णवी शर्मा ने बल्लेबाजों के खिलाफ जो सफलता हासिल की है, उसे देखते हुए दक्षिण अफ्रीका को उनके खिलाफ मैदान पर रन बनाने का तरीका खोजना होगा। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ भारत के बाद दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम हैं, जिनका औसत 20.3 है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: 1 जी त्रिशा, 2 जी कमलिनी (विकेट कीपर), 3 सानिका चालके, 4 निक्की प्रसाद (कप्तान), 5 ईश्वरी अवसरे, 6 मिथिला विनोद, 7 आयुषी शुक्ला, 8 वीजे जोशीता, 9 शबनम शकील, 10 परुणिका सिसोदिया, 11 वैष्णवी शर्मा
साउथ अफ्रीका: 1 जेमा बोथा, 2 सिमोन लौरेंस, 3 कायला रेनेके (कप्तान), 4 कराबो मेसो (विकेट कीपर), 5 फे काउलिंग, 6 मीके वान वूर्स्ट, 7 सेशनी नायडू, 8 लुयांडा न्ज़ुजा, 9 एश्ले वान विक, 10 मोनालिसा लेगोडी, 11 नथाबिसेंग बड़ा