ms dhoni podcast: चेन्नई सुपर किंग्स के लिए IPL में शानदार प्रदर्शन कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने अब अपने बचपन के दिनों को लेकर कुछ खास बातें शेयर की हैं। एक पॉडकास्ट में राज शमानी से बातचीत करते हुए धोनी ने रांची में बीते अपने शुरुआती दिनों की यादें ताजा कीं। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उनका बचपन बहुत अनुशासित था और उन्हें अपने पिता से बहुत डर लगता था।
धोनी ने पॉडकास्ट में कहा, 'हमारा रूटीन बिल्कुल तय था। सुबह 5:30 बजे उठना, स्कूल जाना और फिर वही दिनचर्या। कोई मोबाइल नहीं, कोई दिखावा नहीं और ना ही कोई असुरक्षा की भावना।'
उन्होंने बताया कि उनके स्कूल के टीचर पहले उनके बड़े भाई को पढ़ा चुके थे, और भाई-बहन में 10 साल का अंतर था। इसलिए स्कूल में सारे टीचर उनके परिवार को जानते थे।
धोनी ने अपने पापा को लेकर कहा,'पापा से बहुत डर लगता था। वो बहुत सख्त थे। हमेशा समय पर रहना, नियम का पालन करना… यही सिखाया गया। उन्होंने कभी मारा नहीं लेकिन डर ऐसा था कि दोस्तों के साथ दीवार फांदने की हिम्मत भी नहीं होती थी। लगता था अगर पापा ने देख लिया तो गए काम से!'
उन्होंने कहा कि बचपन की इकलौता टूर्नामेंट कॉलोनी के खेल थे—अगर एक दिन हार गए तो अगले दिन जीतना ज़रूरी था। बातचीत में जब उनसे मैच के तनाव या रोमांच को लेकर पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'मुझे चुनौतियां पसंद हैं, लेकिन उनका पीछा नहीं करता। अगर मैं मैच में बैटिंग ना भी करूं और इंडिया जीत जाए, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। कौन रन बना रहा है या विकेट ले रहा है, इससे फर्क नहीं पड़ता—बस टीम जीते।'
हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ धोनी ने नाबाद 30 रन बनाए थे, हालांकि चेन्नई को 25 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में धोनी के माता-पिता भी स्टेडियम में मौजूद थे।