sanju samson: भारतीय विकेटकीपर बैटर संजू सैमसन और केरल क्रिकेट एसोसिएशन के बीच जारी खींचतान खत्म होते नहीं दिख रही। अब इस विवाद में संजू के पिता भी कूद गए हैं। उन्होंने साफ कहा कि केसीए को संजू से परेशानी है। हालांकि, वो अब इस मामले में चुप नहीं बैठने वाले। संजू को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है।
बता दें कि संजू सैमसन को विजय हजारे ट्र्रॉफी के लिए केरल की टीम में इसलिए नहीं चुना गया था क्योंकि वो टीम के कैंप में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में बाद में ये दावा किया गया था कि कई और खिलाड़ी भी कैंप में शामिल नहीं हुए थे लेकिन उन्हें टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला था। केसीए सचिव और अध्यक्ष ने पहले कहा था कि सैमसन को टीम के तीन दिवसीय तैयारी शिविर में शामिल न होने के कारण नजरअंदाज किया गया था। लेकिन संजू के पिता के मुताबिक, यह पहले से ही पता था कि संजू को टूर्नामेंट (विजय हजारे ट्रॉफी) के लिए नहीं चुना जाएगा। उन्होंने केसीए पर अपने बेटे के खिलाफ रंजिश रखने का आरोप लगाया और कहा कि संजू को बाहर करने का फैसला टूर्नामेंट से बहुत पहले ही कर लिया गया था।
संजू के पिता सैमसन विश्वनाथ ने एक इंटरव्यू में कहा, 'केसीए में कुछ लोग हैं जो मेरे बच्चे के खिलाफ हैं। हमने पहले कभी एसोसिएशन के खिलाफ नहीं बोला, लेकिन इस बार, यह बहुत ज्यादा हो गया। संजू अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो शिविर में शामिल नहीं हुए; फिर भी उसी स्थिति में अन्य खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी गई। यह जयेश जॉर्ज (केसीए अध्यक्ष) या विनोद (केसीए सचिव) के बारे में नहीं है; यह बीच के कुछ छोटे लोगों का मामला है जो छोटी-छोटी बातों को लेकर जहर बना देते हैं।'
उन्होंने पिछली घटनाओं को याद करते हुए कहा कि केसीए ने पहले उनके बड़े बेटे को चोट के कारण मौका देने से मना कर दिया था। उन्होंने एक घटना का जिक्र किया जिसमें अपने घायल बेटे की ओर से छुट्टी मांगने पर तत्कालीन केसीए अध्यक्ष टीसी मैथ्यू ने उनका अपमान किया था।
संजू के पिता ने कहा, 'हम खिलाड़ी हैं, खेल के कारोबार में हमारी कोई दिलचस्पी नहीं। मैं बस इतना चाहता हूं कि मेरे बेटे को खेलने का उचित मौका मिले। अगर कोई गलती है, तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं और इसे ठीक करने के लिए तैयार हैं।'