Logo
champions trophy final: रवींद्र जडेजा ने चैंपियंस ट्रॉफी में चौका मारकर टीम इंडिया को जीत दिलाई। फाइनल जिताने के बाद जडेजा को क्यों एक ही जगह दो मेडल मिले, जानें

champions trophy final: टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ड्रेसिंग रूम में टीम के बेहतरीन फील्डर को सम्मानित किया। फील्डिंग कोच टी दिलीप ने इस खास मौके पर रवींद्र जडेजा को फील्डिंग मेडल से नवाजा।

भारतीय टीम के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने ड्रेसिंग रूम में यह घोषणा की कि इस बार के फील्डिंग मेडल के लिए दो खिलाड़ी रेस में थे- रवींद्र जडेजा और विराट कोहली। लेकिन शानदार फील्डिंग और पूरे मैच में शानदार ऊर्जा बनाए रखने के कारण जडेजा को यह सम्मान दिया गया।

मैदान पर जडेजा की जबरदस्त फुर्ती
रवींद्र जडेजा ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार फील्डिंग की। फाइनल मैच में भी उन्होंने कई अहम मौकों पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को दबाव में रखा। उनकी तेजतर्रार थ्रो और चुस्त फील्डिंग ने भारतीय टीम को फायदा पहुंचाया।

गेंद और बल्ले से भी चमके जडेजा
जडेजा ने न केवल फील्डिंग में कमाल दिखाया बल्कि गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 10 ओवर में 30 रन देकर टॉम लैथम का महत्वपूर्ण विकेट लिया। इतना ही नहीं, जब भारत को जीत के लिए दो रन की जरूरत थी, तो जडेजा ने विलियम ओ'रूर्क की गेंद पर चौका जड़कर टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई।

ड्रेसिंग रूम में खास सम्मान
टीम इंडिया की इस जीत के बाद ड्रेसिंग रूम में खास जश्न मनाया गया। फील्डिंग मेडल मिलने के बाद जडेजा ने कहा, 'मेरी बैटिंग पोजीशन ही कुछ ऐसी है कि मैं या तो हीरो बनता हूं या जीरो। विकेट आसान नहीं था, लेकिन हार्दिक पांड्या और केएल राहुल की साझेदारी ने हमें मैच में बनाए रखा।'

टीम इंडिया ने पूरा किया 12 साल का इंतजार
इस जीत के साथ भारत ने 12 साल बाद कोई आईसीसी वनडे टूर्नामेंट जीता। इससे पहले 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। भारत ने पहली बार किसी आईसीसी फाइनल में न्यूजीलैंड को हराया। इससे पहले 2000 की चैंपियंस ट्रॉफी और 2021 की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत को कीवी टीम से हार का सामना करना पड़ा था।

5379487