काराची: साल 2007 के विश्व कप में पाकिस्तान का सफर एक ऐसे सदमे के साथ खत्म हुआ, जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया था। पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर की उस टूर्नामेंट के बाद होटल के बाथरूम में मौत हो गई थी। उस वक्त टीम का हिस्सा रहे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस् खान का मानना है कि अगर वूल्मर जिंदा रहते तो पाकिस्तान क्रिकेट एक अलग ही मुकाम पर होता।
यूनिस ने एक पाकिस्तानी चैनल से बात करते हुए बताया कि वूल्मर की मौत के बाद टीम के खिलाड़ियों को एक दूसरे द्वीप पर शिफ्ट कर दिया गया था। जहां तीन दिन तक स्थानीय पुलिस ने उनसे पूछताछ की। यूनिस ने कहा, "वहां हमारे साथ यातना जैसा बर्ताव किया गया। मैं समझता हूं कि एक खिलाड़ी को अपने देश के दूत के रूप में जिम्मेदारी निभानी चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ अधिकारियों को भी हमारा ख्याल रखना चाहिए।"
वूल्मर की मौत के बाद कैरिबियन में जो कुछ हुआ, उसने यूनिस के मन में पाकिस्तान की कप्तानी करने के बारे में सोचने पर भी असर डाला। यूनिस ने वूल्मर को क्रेडिट दिया कि उन्होंने उन्हें मानसिक रूप से पाकिस्तान को लंबे समय तक सभी फॉर्मेट में लीड करने के लिए तैयार किया था।
यूनिस ने बताया, "मैं बॉब के काफी करीब था और मैच या नेट्स के बाद क्रिकेट पर चर्चा करने के लिए साथ बैठना हमारी रोज की दिनचर्या थी। दुर्भाग्य से जिस रात उनकी मौत हुई, उस दिन हम साथ नहीं बैठ सके थे क्योंकि हम आयरलैंड से हार गए थे। मैं भी तीन गेंद पर आउट हो गया था और खुद से काफी नाराज था। इसलिए मैं अपने कमरे में बंद हो गया। अगले दिन नाश्ते में मैं उन्हें नहीं देख पाया और बाद में हमें उनकी मौत की खबर मिली।"