Gautam Adani Para Cricketer Amir Hussain : देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडानी ने जम्मू-कश्मीर के पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन की तारीफ की है। इतना ही नहीं, अडानी ने इस क्रिकेटर की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। गौतम अडानी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आमिर हुसैन की एक तस्वीर शेयर कर भावुक पोस्ट लिखी है। उन्होंने लिखा कि आमिर की ये भावुक कर देने वाली कहानी अद्भुत है। हम आपकी हिम्मत, खेल के लिए निष्ठा और विपरीत हालात में भी कभी ना हार मानने वाले जज्बे को प्रणाम करते हैं।
गौतम अडानी ने आगे लिखा, जल्द ही अडानी फाउंडेशन आपसे संपर्क करेगा और इस बेमिसाल सफर में आपकी हर संभव मदद करेगा। आपका संघर्ष, हम सबके लिए प्रेरणा है। बात दें आमिर हुसैन जम्मू-कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान हैं।
अडानी सर का समर्थन के लिए धन्यवाद: आमिर
गौतम अडानी से मिले मदद के इस भरोसे के बाद आमिर हुसैन काफी खुश हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "मैं समर्थन के लिए अदानी सर को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने मुझे इसके लायक समझा। मैंने उनका ट्वीट देखा और मैं बहुत खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि वे इस सफर में मेरी मदद करेंगे। सचिन सर ने भी कल ट्वीट किया था, और आज, अदानी सर, मैं बहुत खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि मुझे कुछ मदद मिलेगी।"
आमिर की यह भावुक कर देने वाली कहानी अद्भुत है!
— Gautam Adani (@gautam_adani) January 13, 2024
हम आपकी हिम्मत, खेल के प्रति निष्ठा और विपरीत परिस्थिति में भी कभी ना हार मानने वाले जज्बे को प्रणाम करते हैं।@AdaniFoundation आपसे शीघ्र संपर्क कर इस बेमिसाल सफर में आपका हर संभव सहयोग करेगा।
आपका संघर्ष, हम सबके लिए प्रेरणा है। https://t.co/LdOouyimyK
'मैं बहुत खुश हूं'
आमिर हुसैन ने आगे कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतने महान लोग मेरे लिए ट्वीट करेंगे। मैं बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि मुझे मेरे संघर्ष के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है। मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं बता नहीं सकता कि मैं कितना खुश था, जब मुझे पता चला कि अडानी सर ने मेरे लिए ट्वीट किया है। मैं इंतजार कर रहा हूं कि वह हमें मिलने के लिए कब बुलाएंगे। मेरे सपने पूरे हो रहे हैं।"
आमिर हुसैन 2013 से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। पहली बार एक शिक्षक ने उनके इस टैलेंट को पहचाना था। 34 वर्षीय आमिर जब सिर्फ आठ साल के थे, तब उन्होंने अपने पिता की मिल में हुए एक हादसे में अपने दोनों हाथ खो दिए थे। हालांकि, इसके बाद भी खेल को लेकर जुनून इतना था कि वो खेलते रहे और आज इस मुकाम पर हैं।