Haryana Vidhanshabha Chunav Result: पेरिस ओलंपिक में 50 ग्राम वजन के चलते मेडल जीतने से चूकीं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं। उन्होंने जुलाना सीट पर शानदार जीत दर्ज की। इस खबर में हम आपको बताते है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2020 और इससे पहले हुए चुनावों में किन खेल हस्तियों की किस्मत चमकी और किसको हार का सामना करना पड़ा।
जुलाना से जीती विनेश फोगाट
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जहां बीजेपी के पक्ष में बहुमत दिख रहा है। वहीं, जींद जिले की जुलाना सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट 6 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गईं। विनेश फोगाट ने बीजेपी के योगेश कुमार बैरागी को मात दी। जबकि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार और रेसलर कविता रानी की जमानत जब्त हो गई। विनेश फोगाट पर कांग्रेस ने भरोसा जताया था, जिस पर वह खरी उतरीं।
बीजेपी उम्मीदवार और कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा की हार
हरियाणा की एक और सीट मेहम पर पूर्व कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े। दीपक हुड्डा 17 हजार से अधिक वोटों से हार गए। रोहतक जिले की मेहम सीट पर कांग्रेस के बलराम दांगी ने उन्हें करारी शिकस्त दी। दीपक हुड्डा भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं।
2019 में ये खिलाड़ी लड़े चुनाव
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में महिला पहलवान बबीता फोगाट, योगेश्वर दत्त और हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें बबीता फोगाट और योगेश्वर दत्त चुनाव हार गए थे। वहीं, संदीप सिंह को कुरुक्षेत्र की पिहोवा सीट से जीतने में कामयाब हुए थे।
1. रेसलर बबीता फोगाट
2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला पहलान बबीता फोगाट को बीजेपी ने हरियाणा की चरखी दादरी सीट से उन्हें चुनाव लड़ाया। बबीता को निर्दलीय उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
2. योगेश्वर दत्त
योगेश्वर दत्त ने 2012 ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भाजपा ने उन्हें 2019 के विधानसभा चुनाव में बरोदा सीट ने चुनाव लड़ाया, लेकिन कांग्रेस के कृष्णा हुड्डा से उन्हें हार मिली। हालांकि 2020 में कृष्णा हुड्डा का निधन हो गया। इसके हुए उपचुनाव में भी पार्टी ने योगेश्वर दत्त को टिकट दिया। एक बार फिर से कांग्रेस प्रत्याशी ने योगेश्वर दत्त को पराजित कर दिया।
3. संदीप सिंह
हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह 2019 का विधानसभा चुनाव लड़े। बीजेपी ने कुरुक्षेत्र के पिहोवा सीट से चुनाव लड़वाया। उन्होंने कांग्रेस के मंदीप सिंह चिट्ठा को हराया। संदीप सिंह को जीत का ईनाम भी मिला। मनोहर लाल खट्टर सरकार में संदीप सिंह को खेल मंत्री बनाया गया। हालांकि एक विवाद के बाद उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था।