KKR vs SRH IPL 2024 Final Tactics: आईपीएल 2024 का महामुकाबला मतलब फाइनल रविवार शाम को कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला जाएगा। इस सीजन में केकेआर का पलड़ा हैदराबाद पर भारी रहा है। क्वालिफायर-1 में हैदराबाद को हराकर ही KKR फाइनल में पहुंचीं थी। तब मिचेल स्टार्क ने सबसे बड़ा अंतर पैदा किया था। उन्होंने अपने पहले स्पेल में ही 3 विकेट लेकर हैदराबाद की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी थी।
SRH इस सीजन में KKR के खिलाफ अपने दोनों मैच हारा है। पॉइंट्स टेबल में टॉप करने के कारण कोलकाता नाइट राइडर्स ही खिताब की फेवरेट है। आइए जानते हैं कि फाइनल में दोनों टीमों की क्या रणनीति हो सकती है?
SRH vs KKR IPL Final में ओस का असर रहेगा?
आईपीएल 2024 में ओस अबूझ पहेली बना हुआ है। दूसरे क्वालिफायर में इसका कोई असर देखने को नहीं मिला और सनराइजर्स हैदराबाद के पार्ट टाइम स्पिन गेंदबाजों ने दूसरी पारी में टूटती पिच का पूरा फायदा उठाया था। अगर इस सीजन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो दोनों टीमें पहले बैटिंग करना पसंद करती हैं और पहले बल्लेबाजी करने पर दोनों टीमों की जीत-हार का रिकॉर्ड भी 6-3 है। हालांकि, रन चेज करते हुए कोलकाता की टीम इस सीजन में एक भी मुकाबला नहीं हारी है। इसलिए ये टीम टारगेट का पीछा करना पसंद करती है।
स्टार्क vs हेड की टक्कर होगी
आईपीएल 2024 के फाइनल में मिचेल स्टार्क की टक्कर ट्रेविस हेड से होगी। अब हर फॉर्मेट में स्टार्क हेड का ऑफ स्टम्प गिरा चुके हैं। क्वालिफ़ायर 1 में टी20 मैचों में उन्होंने पहली बार अपने ऑस्ट्रेलियाई साथी को गेंदबाज़ी की और उनका ऑफ़ स्टंप उखाड़ने में स्टार्क को 2 ही गेंदें लगी। ऐसा हो सकता है हेड मैच की शुरुआत में स्टार्क के खिलाफ सतर्कता से खेलें। जैसा उन्होंने क्वालिफायर-2 में अश्विन और बोल्ट के खिलाफ किया था।
भुवनेश्वर का कैसे इस्तेमाल करेगी हैदराबाद?
क्वालिफायर-1 में KKR के बल्लेबाजों ने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ क्रीज से बाहर निकलकर बल्लेबाजी की थी ताकि उनकी स्विंग को खत्म किया जा सके। KKR दोबारा ऐसा करना चाहेगी, जिन्हें रोकने के लिए हेनरिक क्लासेन ऊपर आकर विकेटकीपिंग कर सकते हैं।
उनादकट और कमिंस पावरप्ले में गेंदबाजी करेंगे?
भुवनेश्वर कुमार का केकेआर के ओपनर सुनील नारायण के खिलाफ बेहतर रिकॉर्ड है लेकिन श्रेयस और वेंकटेश अय्यर को रोकने के लिए उनके ओवर को बचाकर रखा जा सकता है। जयदेव उनादकट ने नारायण को तीन, वहीं कमिंस ने 5 गेंद में 1 बार पवेलियन की राह दिखाई है। इसलिए नई गेंद से ये दोनों तेज़ गेंदबाज़ नारायण के सामने असरदार साबित हो सकते हैं।