नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की टीम न्यूजीलैंड दौरे पर है और दोनों देशों के बीच वेलिंग्टन में पहला टेस्ट खेला जा रहा। इस मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा के साथ एक विवाद हो गया। उन्हें बीच मैच में अपने बल्ले से एक खास तरह का स्टिकर हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। ये वाकया वेलिंग्टन टेस्ट के तीसरे दिन हुआ।
वेलिंग्टन टेस्ट के तीसरे दिन बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के पास 217 रनों की बढ़त थी। ख्वाजा बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन, उनका बैट फट गया। इसके बाद उन्होंने नया बल्ला मंगाया। सब्सिट्यूट मैट रैनशॉ कुछ बल्ले लेकर मैदान पर आए। इसके बाद ख्वाजा ने एक बैट चुना, जिसपर जैतून की शाखा के साथ कबूतर का लोगो लगा था- एक स्टिकर जिसने उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के साथ विवाद में डाल दिया था और बाद में उनपर इस लोगो का इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
आईसीसी ने पहले भी ख्वाजा पर प्रतिबंध लगाया
दिसंबर 2023 में, पाकिस्तान के खिलाफ बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले उस्मान ख्वाजा के डव स्टिकर पहनने के अनुरोध को आईसीसी ने खारिज कर दिया था। यह लोगो गाजा में मानवीय संकट के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। हालांकि, ICC ने इसे इंटरनेशनल मुकाबलों के दौरान "राजनीतिक विरोध" माना था।
ख्वाजा पर खास तरह के जूते पहनने पर लगी थी रोक
इससे पहले, इसी सीरीज में पर्थ टेस्ट में भी ख्वाजा को 'ऑल लाइव्स मैटर' और 'स्वतंत्रता एक मानव अधिकार है' संदेश लिखा जूता पहनने से भी रोक दिया गया था। ख्वाजा को मैच के दौरान काली पट्टी का इस्तेमाल करने के लिए भी फटकार लगाई गई थी, जबकि 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा था कि इसका इस्तेमाल "व्यक्तिगत शोक" के लिए किया गया था।
कप्तान कमिंस ने ख्वाजा का किया था समर्थन
जबकि ख्वाजा ने प्रैक्टिस सेशन के दौरान अपने बल्ले पर डव (कबूतर) स्टिकर का उपयोग किया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले आईसीसी के दोहरे मानकों की भी आलोचना की थी क्योंकि उन्होंने क्रिकेटरों के बल्ले पर धार्मिक स्टिकर लगाए हुए तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें टीम के साथी मार्नस लैबुशेन का बल्ला भी शामिल था, जिसमें बाइबिल की आयतें लगी थीं। हालांकि, तब उन्हें अपने कप्तान पैट कमिंस का समर्थन मिला था।
ख्वाजा वेलिंग्टन टेस्ट की दूसरी पारी में 28 रन बनाकर आउट हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 168 पर ऑल आउट हो गई थी। न्यूजीलैंड को 369 रन का लक्ष्य मिला था।