Vinesh Phogat Returns Awards: भारतीय कुश्ती जगत में शुरू हुआ उथल पुथल थमने का नाम नहीं ले रहा। महिला पहलवान विनेश फोगाट ने मंगलवार को प्रतिष्ठित खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का ऐलान कर दिया। विनेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर इसकी जानकारी दी।  पहलवानों का यह विरोध रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में हैं। विनेश फोगाट देश की तीसरी ऐसी पहलवान हैं जिन्होंने अपना अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है।

प्रधानमंत्री को लिखी भावुक चिट्ठी 
विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री मोदी को भावुक चिट्ठी लिखी है। फोगाट ने इसमें सवाल किया कि क्या महिला पहलवान सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में दिखाए जाने के लिए हैं। जब पहलवानों ने मेडल जीता तो उन्हें देश का गौरव बताया गया। जब महिला पहलवानों ने अपनी गरिमा के लिए आवाज उठाई तो उन्हें धोखेबाज बताया जा रहा है। उन्होंने चिट्ठी में प्रधानमंत्री से पूछा- आप ही बताइए क्या हम सही में धोखेबाज हैं। 

बजरंग पूनिया लौटा चुके हैं अवॉर्ड 
इससे पहले पहलवान  गूंगा पहलावन और बजरंग पूनिया ने अपना अवॉर्ड लौटाने का ऐलान कर चुके हैं। रेसलर बजरंग पूनिया तो अपना अवॉर्ड लौटा चुके हैं। उन्होंने 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर के बाहर अपना पुरस्कार छोड़ दिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनसे बार-बार ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया, लेकिन वह नहीं माने। 

साक्षी मलिक कर चुकी है संन्यास की घोषणा
साक्षी मलिक तो पहलवानों के समर्थन में  संन्यास लेने की घोषणा कर चुकी हैं। 23 दिसंबर को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इसकी जानकारी दी। इस दौरान वह बेहद भावुक नजर आईं। इस दौरान उनकी आंखों में आंसू नजर आए। मलिक ने इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही उन्होंने जूते टेबल पर रख दिए और बाहर निकल आईं। उन्होंने यह भी कहा कि देश में कुश्ती का भविष्य खतरे में है।

WFI की नव निर्वाचित कार्यकारिणी की जा चुकी है सस्पेंड
सरकार ने पहलवानों की मांग पर ध्यान दिया है, इसके बावजूद पहलवानों की नाराजगी कम नहीं हो रही। बीते रविवार को खेल मंत्रालय ने संजय सिंह की अगुवाई वाले रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नव निर्वाचित कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया। मंत्रालय ने इस पर कहा कि WFI ने नियमों का पालन नहीं किया। नेशनल चैंपियनशिप के ऐलान में जल्दबाजी दिखाई। इस फैसले के बाद भी पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे रेसलर संतुष्ट नहीं हैं। पहलवानों की ओर से खेल पुरस्कार लौटाने की घोषणा की जा रही है।