Mokama Gangwar: बिहार के मोकामा में हुए गैंगवार के 40 घंटे के भीतर बड़ा मोड़ आया है। कुख्यात गैंगस्टर सोनू ने शुक्रवार(26 जनवरी) को पंचमहला थाने में सरेंडर कर दिया। इस सरेंडर के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। सोनू पर फायरिंग के मामले में मुख्य आरोपी होने का आरोप है। सोनू का सरेंडर पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे गैंगवार के कई पहलुओं पर खुलासा हो सकता है।

शुक्रवार की सुबह फिर से हुई फायरिंग
पुलिस को उम्मीद है कि सोनू-मोनू गैंग के दूसरे सदस्य भी जल्द सरेंडर कर सकते हैं। इस घटना ने बाहुबली अनंत सिंह के खिलाफ माहौल को और गंभीर बना दिया है। इस बीच, शुक्रवार की सुबह एक बार फिर मोकामा में फायरिंग हुई। फायरिंग जलालपुर नौरंगा गांव में सोनू-मोनू गैंग के मुंशी रहे मुकेश के घर पर हुई। बार-बार हो रही इस फायरिंग से मोकामा और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। 

मोकामा में फिर गूंजीं गोलियां
बिहार के मोकामा का जलालपुर नौरंगा गांव एक बार फिर गोलियों की आवाज़ से दहल उठा। इस बार फायरिंग सोनू-मोनू गैंग के मुंशी रहे मुकेश के घर पर हुई। मुकेश ने इस गोलीबारी का आरोप सोनू-मोनू गैंग पर लगाया है। घटना के बाद से पूरे इलाके में डर का माहौल है। पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस के खाली खोखे बरामद किए हैं। यह वही इलाका है जहां एक दिन पहले अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच भीषण फायरिंग हुई थी। 

वारदात सुबह 5 बजे के करीब हुई
इस फायरिंग की घटना शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे डुमरा पंचायत के नौरंगा गांव में हुई। यह वही जगह है, जहां एक दिन पहले भी अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच टकराव हुआ था। दोनों पक्षों के बीच 70-80 राउंड गोलियां चली थीं। उस घटना में अनंत सिंह बाल-बाल बचे, जबकि उनके एक समर्थक को गोली लग गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन FIR दर्ज की थीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।  

सोनू-मोनू और अनंत सिंह का टकराव जारी
सोनू-मोनू गैंग के मुंशी रह चुके मुकेश ने सोनू पर पैसे के गबन का आरोप लगाया था। वहीं, अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि सोनू-मोनू गैंग ने मुकेश के साथ मारपीट की और उसके घर में ताला लगा दिया। इसी को लेकर पहले भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। अनंत सिंह ने दावा किया कि उन्होंने खुद मुकेश का ताला खुलवाया और समर्थकों से कहा कि आगे से ऐसा न हो। मुकेश ने मीडिया से बताया कि वह एक गरीब आदमी है।  दिन के 200-300 रुपए कमाता है। ऐसे में वह सोनू-माेनू गैंग की ओर से की जा रही 40 से 50 लाख की डिमांड को कैसे पूरा कर पाएगा। 

गांव वालों में दहशत, पुलिस की चुप्पी
गांव में हुए इस गैंगवार ने स्थानीय लोगों को सहमा दिया है। जलालपुर गांव का पंचमहला थाना घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर है, फिर भी इस मामले में पुलिस का एक्शन सवालों के घेरे में है। लोग सुशासन के दावों पर सवाल उठा रहे हैं। एक किलोमीटर के अंदर दो घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।  

अनंत सिंह ने लगाए गंभीर आरोप 
अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि सोनू-मोनू गैंग ने उनके समर्थकों पर गोली चलाई। उन्होंने बताया कि जब वे सोनू के घर के पास पहुंचे तो गैंग ने फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में उनके समर्थकों ने भी जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में उनके एक समर्थक को गोली लगी, जिसका इलाज चल रहा है। अनंत सिंह ने कहा कि उन्होंने गांव के लोगों को डीएसपी के पास जाने को कहा था, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। इसके बाद मुझे खुद ही गांव जाना पड़ा। 

क्या है मोकामा गैंगवार की पूरी कहानी?
मोकामा के जलालपुर नौरंगा गांव में बुधवार को अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। करीब 70 से 80 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। घटना के दौरान उनके एक समर्थक को गोली लग गई थी। ये घटना थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई थी। वहीं, डुमरा पंचायत के हेमजा गांव में फायरिंग का दूसरा दौर हुआ, जो थाने से केवल एक किलोमीटर दूर था। 

तीन एफआईआर से बढ़ीं मुश्किलें 
मोकामा गैंगवार के मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं। ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग के अनुसार, तीनों केस में अलग-अलग आरोप दर्ज हुए हैं। पहला केस एक ग्रामीण के आवेदन पर सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ दर्ज किया गया। दूसरा केस सोनू की मां उर्मिला देवी ने दर्ज कराया, जिसमें अनंत सिंह और उनके समर्थकों को आरोपी बनाया गया। तीसरी एफआईआर पुलिस की ओर से दर्ज की गई, जिसमें फायरिंग और पुलिस कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ। 

अनंत सिंह के लिए क्यों बढ़ी मुश्किलें?
सोनू के सरेंडर के बाद बाहुबली अनंत सिंह की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पुलिस अब फायरिंग में उनकी भूमिका की जांच कर रही है। अनंत सिंह, जो पहले विधायक रह चुके हैं, इस विवाद में घिरते नजर आ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि सभी पक्षों की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सोनू के बयान से मामले में कई नई परतें खुल सकती हैं। फिलहाल 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे अनंत सिंह को अगर इस मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।