Anant Singh Surrender: मोकामा गैंगवार के चर्चित मामले में बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह ने सरेंडर कर दिया है। अनंत सिंह ने पटना जिले के बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। वे अपने समर्थकों के साथ सीधे अदालत पहुंचे थे। इससे पहले इसी मामले में गैंगस्टर सोनू ने भी सरेंडर किया था। कोर्ट परिसर में सरेंडर के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। यह मामला 22 जनवरी की उस घटना से जुड़ा है, जब मोकामा में अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच जबरदस्त गैंगवार हुआ था। इस दौरान करीब 70 से 80 राउंड गोलियां चलीं। इस फायरिंग में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए थे, लेकिन उनके एक समर्थक को गोली लग गई थी।
शुक्रवार की सुबह फिर से हुई फायरिंग
शुक्रवार की सुबह एक बार फिर मोकामा का जलालपुर नौरंगा गांव एक बार फिर गोलियों की आवाज़ से दहल उठा। इस बार फायरिंग सोनू-मोनू गैंग के मुंशी रहे मुकेश के घर पर हुई। मुकेश ने इस गोलीबारी का आरोप सोनू-मोनू गैंग पर लगाया है। घटना के बाद से पूरे इलाके में डर का माहौल है। पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस के खाली खोखे बरामद किए हैं। यह वही इलाका है जहां एक दिन पहले अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच भीषण फायरिंग हुई थी।
वारदात सुबह 5 बजे के करीब हुई
इस फायरिंग की घटना शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे डुमरा पंचायत के नौरंगा गांव में हुई। यह वही जगह है, जहां एक दिन पहले भी अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच टकराव हुआ था। दोनों पक्षों के बीच 70-80 राउंड गोलियां चली थीं। उस घटना में अनंत सिंह बाल-बाल बचे, जबकि उनके एक समर्थक को गोली लग गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन FIR दर्ज की थीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
सोनू-मोनू और अनंत सिंह का टकराव जारी
सोनू-मोनू गैंग के मुंशी रह चुके मुकेश ने सोनू पर पैसे के गबन का आरोप लगाया था। वहीं, अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि सोनू-मोनू गैंग ने मुकेश के साथ मारपीट की और उसके घर में ताला लगा दिया। इसी को लेकर पहले भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। अनंत सिंह ने दावा किया कि उन्होंने खुद मुकेश का ताला खुलवाया और समर्थकों से कहा कि आगे से ऐसा न हो। मुकेश ने मीडिया से बताया कि वह एक गरीब आदमी है। दिन के 200-300 रुपए कमाता है। ऐसे में वह सोनू-माेनू गैंग की ओर से की जा रही 40 से 50 लाख की डिमांड को कैसे पूरा कर पाएगा।
गांव वालों में दहशत, पुलिस की चुप्पी
गांव में हुए इस गैंगवार ने स्थानीय लोगों को सहमा दिया है। जलालपुर गांव का पंचमहला थाना घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर है, फिर भी इस मामले में पुलिस का एक्शन सवालों के घेरे में है। लोग सुशासन के दावों पर सवाल उठा रहे हैं। एक किलोमीटर के अंदर दो घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
अनंत सिंह ने लगाए गंभीर आरोप
अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि सोनू-मोनू गैंग ने उनके समर्थकों पर गोली चलाई। उन्होंने बताया कि जब वे सोनू के घर के पास पहुंचे तो गैंग ने फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में उनके समर्थकों ने भी जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में उनके एक समर्थक को गोली लगी, जिसका इलाज चल रहा है। अनंत सिंह ने कहा कि उन्होंने गांव के लोगों को डीएसपी के पास जाने को कहा था, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। इसके बाद मुझे खुद ही गांव जाना पड़ा।
क्या है मोकामा गैंगवार की पूरी कहानी?
मोकामा के जलालपुर नौरंगा गांव में बुधवार को अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। करीब 70 से 80 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। घटना के दौरान उनके एक समर्थक को गोली लग गई थी। ये घटना थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई थी। वहीं, डुमरा पंचायत के हेमजा गांव में फायरिंग का दूसरा दौर हुआ, जो थाने से केवल एक किलोमीटर दूर था।
पुलिस ने दर्ज की है तीन एफआईआर
मोकामा गैंगवार के मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं। ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग के अनुसार, तीनों केस में अलग-अलग आरोप दर्ज हुए हैं। पहला केस एक ग्रामीण के आवेदन पर सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ दर्ज किया गया। दूसरा केस सोनू की मां उर्मिला देवी ने दर्ज कराया, जिसमें अनंत सिंह और उनके समर्थकों को आरोपी बनाया गया। तीसरी एफआईआर पुलिस की ओर से दर्ज की गई, जिसमें फायरिंग और पुलिस कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ।