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कवर्धा के ग्राम जंगलपुर के मां दुर्गा गुड़ उद्योग से मिलावट का मामला सामने आया है। फैक्ट्री से 310 क्विंटल पत्थर पाउडर जब्त कर सील कर दिया गया है। 

संजय यादव-कवर्धा। छत्तीसगढ़ का कवर्धा जिला प्रदेश का गुड़ और शक्कर हब है। यहां पर बड़ी तादाद में गन्ना उत्पादन होता है। इसके साथ ही यहां पर 400 से ज्यादा गुड़ फैक्ट्रियां और दो सहकारी शक्कर कारखाना है। न केवल देश बल्कि विदेशों में भी यहां से गुड़ और शक्कर का निर्यात होता है। लेकिन इस हब से मिलावट की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि, गुड़ का वजन बढ़ाने और कलर लाने के लिए पत्थर पाउडर का उपयोग किया गया है। 

दरअसल, 23 जनवरी को ड्रग्स एवं औषधि विभाग की टीम ने गुड़ ईकाई संघ के पदाधिकारियों के साथ पांडातराई थाना अंतर्गत ग्राम जंगलपुर के मां दुर्गा गुड़ उद्योग में रेड मारी। वहां का नजारा देख कर टीम हैरान रह गई। गुड़ संचालक ने अपने गोदाम में 310 क्विंटल पत्थर पाउडर सिमेंट की बोरियों में भरकर रखा था। जांच में पता चला कि, संचालक गुड़ का वजन बढ़ाने और कलर लाने के लिए पत्थर पाउडर का उपयोग कर रहा है। वहां रखे गए गुड़ की जांच की गई तो 23 क्विंटल गुड़ में मिलावट पाया गया। इसका सैंपल लैब भिजवाया गया है और पत्थर पाउडर को जब्त कर फैक्ट्री को सील किया गया है। 

जब्त किया गया पाउडर जानलेवा

ड्रग्स इंस्पेक्टर जीतेन्द्र नीले ने बताया कि, जब्त किया गया पाउडर इतना खतरनाक है कि, वह लोगों की सेहत को भारी नुकसान पहुंचाएगा। इससे लीवर, फेफड़ों और आंतों पर बुरा असर पड़ने से जान भी जा सकती है।‌ उन्होंने कहा कि, अगर इसका सप्लाई किया गया है तो उन सभी जगह की जांच कर आगे की कार्रवाई करेंगे। 

उत्तर प्रदेश से लाया गया था पत्थर पाउडर 

गुड़ ईकाई संघ के पदाधिकारी कैलाश चंद्रवंशी के पास पश्चिम बंगाल के व्यापारी ने फोन कर बताया कि, मां दुर्गा गुड़ उद्योग की गुड़ में मिलावट किया गया है। सूचना मिलने पर जिला गुड़ उद्योग संघ के पदाधिकारियों ने देर रात गुड़ फैक्ट्री में छापा मारा और इस मामले का खुलासा किया। बताया जा रहा है कि, यह पत्थर पाउडर उत्तर प्रदेश से ट्रक में लाया गया था और जंगलपुर, बोड़तरा, डेहरी और कुम्हि के गुड़ उद्योग में सप्लाई किया गया था। 

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