रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक बार फिर से बवाल मच गया है। दरअसल मंगलवार को नगरीय निकाय चुनाव के लिए पोटिंग खत्म होते ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से निकाले गए डेढ़ दर्जन कांग्रेसियों का निष्कासन रद्द करने का आदेश जारी कर दिया। जिनका निष्कासन रद्द किया गयार उनमें रायपुर उत्तर क्षेत्र से नगर निगम के पूर्व एमआईसी मेंबर अजीत कुकरेजा का नाम भी शामिल है। बस इसी नाम को लेकर पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने नाराजगी जताई है।
उल्लेखनीय है कि, एआईसीसी ने छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी के अनुमोदन से विभिन्न जिलों के जिन लोगों का निष्कासन रद्द किया गया है, उनमें रायपुर जिले से राजेश दुल्हानी, दिवाकर साहू बिलासपुर से जसबीर गुब्बर, महासमुंद से विश्वजीत बेहरा, कांकेर से क्रांति नाग, बस्तर से बोमडा मंडावी, दंतेवाड़ा से मनोज मालवीय और नरेंद्र सुराना, बालोद से तुकाराम साहू, हलधर साहू, नूतन किशोर साहू, तुलेश साहू, सोहन साहू, खोमन सिन्हा, संध्या निषाद, प्रताप चंद्र साहू और रिखीराम साहू शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने ऐसे नेताओं के वापसी के लिए आवेदन लिया था, जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान विद्रोह कर चुनाव मैदान में उतरे थे।
पैसा खुदा से कम नहीं : जुनेजा
अब इधर राजधानी रायपुर में अजीत कुकरेजा की पार्टी में वापसी पर बवाल मच गया है। पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने कुकरेजा की वापसी पर नाराजगी जताई है। जुनेजा ने कहा है कि, पैसा खुदा तो नहीं, पर खुदा की कसम खुदा से कम भी नहीं। उन्होंने कहा कि, जो पैसे लेकर टिकट और पार्टी में आने की बात कहते थे वे वापस कैसे आ गए। मैंने कहा था, जो लोग पैसे लेकर टिकट देते हैं उसकी जांच हो। श्री जुनेजा ने कहा कि, मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि, पैसा खुदा से कम नहीं।
मेरे खिलाफ कहने को जुनेजा के पास कुछ नहीं : कुकरेजा
उधर कांग्रेस में वापसी के बाद अजीत कुकरेजा ने कहा है कि, हम लगातार टिकट मांग रहे थे, नहीं मिली तो चुनाव लड़ना पड़ा। मैं हमेशा विचारधारा से बंधा रहा हूं, फिर कांग्रेस में वापसी हुई है। मेरी पार्टी में क्या भूमिका होगी यह वरिष्ठ नेता तय करेंगे। उन्होंने कहा कि, मैंने लोकसभा, निकाय चुनाव में भी पार्टी के पक्ष में काम किया। वहीं पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के आरोपों पर अजीत कुकरेजा ने कहा कि, मेरे खिलाफ उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए बार-बार वे पैसे लेकर टिकट खरीदने की बात कहते हैं। जबकि चार बार स्वयं वे चुनाव लड़ चुके हैं। मैं सभी नेताओं से मिलूंगा, जुनेजा जी वरिष्ठ हैं, उनसे भी मिलूंगा।