रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनियों के अध्यक्ष और ऊर्जा विभाग के सचिव पी. दयानंद ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वितरण कंपनी के क्षेत्रीय प्रमुखों की बैठक ली। उन्होंने स्पष्ट कहा कि, लापरवाही के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि, मरम्मत के लिए बिजली बंद करना हो तो मीडिया के जरिए उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी देना आवश्यक है।
ऊर्जा विभाग के सचिव दयानंद ने प्रदेश के कई इलाकों में होने वाले बिजली की आंख-मिचौली की खबरों को गंभीरता से लेते हुए आज विद्युत सेवा भवन, डंगरिया रायपुर में एम डी सहित वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में क्षेत्रीय ईडी और मुख्य अभियंताओं को वीसी के जरिए जोड़ा गया। सभी क्षेत्रीय प्रमुखों से उनके क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की जानकारी ली गई। कुछ क्षेत्रों में ज्यादा शिकायतें पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की, वहीं जहां कम से कम समय में रेस्पांस और सुधार की जानकारी मिली उसकी उन्होंने तारीफ भी की।
श्री दयानंद ने मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि, वे सभी अपने-अपने फील्ड में लगातार दौरा करें, इसके अलावा उपभोक्ताओं और फील्ड स्टाफ से नियमित संपर्क में रहें। नियमित रखरखाव की निगरानी करते रहें और ब्रेक डाउन की स्थिति में तुरंत सुधार करें। गर्मी में होने वाले डिमांड को पूरा करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि, इन दिनों लोड बढ़ना, आंधी-तूफान का आना आम बात है लेकिन उसका सहीं प्रबंधन करना हमारा कर्तव्य है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री दयानंद ने निर्देश दिए कि, दफ्तर और फील्ड में सामंजस्य का पूरा ध्यान रहे। बिजली दफ्तरों में उपभोक्ताओं की पूरी संजीदगी के साथ सुनवाई हो और उनकी समस्याओं का समाधान मिले। इस अवसर पर मुख्यालय में एम डी पारेषण और वितरण आर.के. शुक्ला, ईडी भीमसिंह, संदीप वर्मा, आर,सी अग्रवाल और सीई आनंद राव आदि मौजूद रहे। ॉ
अध्यक्ष ने जनता से की अपील, बोले- समस्या होने पर संयम बरतें
सचिव दयानंद ने आम जनता से अपील की है कि, बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में पास के बिजली दफ्तर में शिकायत जरूर करें लेकिन तोड़-फोड़ न करें। बिजली का वितरण तंत्र अधिकतर खुले में हो रहा है इस कारण मौसम से प्रभावित होता है। ब्रेक डाउन की स्थिति में फाल्ट खोजने और सुधार का काम सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण में ही संबव होता है। इसके लिए जनता का सहयोग बहुत जरूरी है।