भिलाई। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक अमित जोश को दो गोलियां लगी थीं। इसमें एक गोली सीने और दूसरी पैर पर लगी। उसके शरीर में चोट के निशान भी पाए गए हैं। बहरहाल इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि अमित को कितनी दूर से गोली लगी। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने 16 राउंड फायरिंग की थी। वहीं अमित ने 6 -7 गोली चलाई एक गोली पुलिस की गाड़ी में भी धंसी। दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की गई है।
इस पूरे मामले की निगरानी सिटी एएसपी सुखनंदन राठौर कर रहे हैं। इधर, शनिवार की सुबह से जयंती स्टेडियम के आसपास के पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया था। एनकाउंटर के बाद क्राइम सीन को सुरक्षित कर दिया गया। घटनास्थल पर ब्लड के सैंपल, आरोपी के कपड़े और अन्य सामानों को जुटाया गया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. मोहन पटेल ने मौके पर जांच की। मिले सारे एविडेंस को सुरक्षित किया। पुलिस ने घटना स्थल से 8 से अधिक गोलियों के खोखे और बुलेट को जब्त किया है। इसके अलावा अमित जोश के गन से फायर बुलेट पुलिस की गाड़ी में धंसी थी। पुलिस ने उस बुलेट को भी बरामद किया है। सभी बुलेट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस कर रही थी फरार अमित की पतासाजी
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को पहले से खबर थी कि आरोपी अमित भिलाई में ही कहीं छिपा हुआ है। वह अपने जीजा जार्ज से मिलने के लिए भिलाई आया हुआ था। क्राइम टीम के दो आरक्षकों को पहले खबर मिली कि अमित को जयंती स्टेडियम के आसपास देखा गया है। इसके बाद डीएसपी क्राइम हेम प्रकाश नायक के नेतृत्व में घेराबंदी की गई। आरोपी को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई। जोश के ठिकाने पर छापेमारी की गई। लॉज से लेकर हर जगहों पर तलाशी की गई। इस दौरान शुक्रवार को पुलिस और आरोपी की जयंती स्टेडियम के पास आमना-सामना हो गया। जोश ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी। इस दौरान आरोपी भागते हुए भी पुलिस पर 6-7 गोलियां चलाई। इसके बाद पुलिस ने जवाब में करीब 16 राउंड फायरिंग की। अमित के पिता आर्ची भी निगरानी शुदा बदमाश थे।
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एनकाउंटर को लेकर मानवाधिकार आयोग और मजिस्ट्रियल जांच होगी
बहरहाल एफएसएल, पीएम रिपोर्ट और पुलिस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट का इंतजार है। तीनों रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच तय होगी। जानकारी के मुताबिक आगामी दिनों में मानवाधिकार आयोग और मजिस्ट्रियल जांच होगी। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने इस पूरे मामले में नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने घटना से जुड़ी जानकारी भी ली है।
कागजी कार्रवाई के कारण में पीएम में हुई देरी
भिलाईनगर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि, कागजी कार्रवाई, एक्सरे और अन्य प्रक्रियाओं के कारण पीएम में देरी हुई। रात तक पोस्टमार्टम कराया गया। एफएसएल ने स्थल निरीक्षण कर दिया है। सारे साक्ष्यों को सुरक्षित कर लिया गया है। मुखबिर से मिली खबर के आधार पर ही पुलिस की टीम मौके पर पकड़ने गई थी। इस दौरान आरोपी अमित ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। उच्च अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
सारे साक्ष्यों को सुरक्षित किया, रिपोर्ट जल्द देंगे
रायपुर फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. मोहन पटेल ने बताया कि, हमने सारे साक्ष्यों को सुरक्षित कर लिया है, पिस्टल को पहले दिन ही सुरक्षित कर लिया गया था। खोखे और बुलेट शनिवार को सुरक्षित किए गए। अन्य एविडेंस भी लिए गए हैं। बाकी रिपोर्ट तैयार कर जल्द प्रस्तुत कर दी जाएगी।