मैनपुर। गरियाबंद के ग्राम इंदागांव में बीते 20 दिनों में 15 लोगों द्वारा आत्महत्या की कोशिश और इसमें 3 की मौत ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है। मंगलवार को जिला प्रशासन एवं चिकित्सकों की टीम ने गांव पहुंचकर लोगों की काउंसिलिंग की। यह जानने का प्रयास किया कि किस वजह से डिप्रेशन में हैं गांव के लोग ? दूसरी ओर गांव में हो रहे अनिष्ट से रक्षा के लिए ग्रामीणों ने पूजा-पाठ भी लगातार जारी रखी है।
25 मार्च मंगलवार दोपहर 3 बजे गरियाबंद जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी घांसीराम मरकाम ग्राम इंदागांव पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गांव में रोजगार मूलक कार्य तत्काल प्रारंभकरवाने की बात कही है। साथ ही जिला पंचायत सीईओ ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए आत्महत्या के कारणो के संबंध में जानकारी ली है। इस मौके पर जनपद पंचायत मैनपुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्वेता वर्मा, डी के नागवंशी, पंचायत इस्पेक्टर राजकुमार धुवा, हेमंत तिर्की एवं अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर रहे ग्रामीण
ग्राम इंदागांव में आत्महत्या की कोशिश का मामला हर दिन किसी न किसी के घर से सामने आ रहा है। प्रशासनिक प्रयास को नाकाफी मान ग्रामीण, गांव के देवी के शरण में भी पहुंच गए हैं और लगातार ग्रामीणों के द्वारा गांव में सुख शांति के लिए पूजा अर्चना का दौर प्रारंभ कर दिया गया है। इधरए प्रशासनिक अमला स्वास्थ्य और मनोरोग चिकित्सक को लेकर शिविर लगा रहे हैं। ग्राम पुजारी सुन्दर लाल, झांकर महेश लाल, सरपंच गुरुवारी बाई ध्रुव, सुरेश कुमार दंता, जगदीश जगत, रूपेश मसीह, रूपसिंह बस्तियां व ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अचानक आत्महत्या के मामले बढ़ने से दहशत देखने को मिल रहा है। अधिकारियों के द्वारा भी आकर ग्रामीणों और युवाओं का समझाइश दी गई है। ग्रामीणों ने बताया गांव में खुशहाली और शांति के लिए देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर रहे है, ताकि इस गांव पर आई विघ्न बाधा टल जाए।
हर व्यक्ति से चर्चा कर रहे चिकित्साधिकारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए गरियाबंद जिला मुख्यालय से डॉक्टरों की टीम ने गांव में शिविर लगाया है। इसमें वे एक एक लोगों से अलग अलग बात कर उनका उपचार करने में लगे हुए हैं। एसडीएम मैनपुर पंकज डाहिरे, एसडीओपी पुलिस विकास पाटले, तहसीलदार गैंदलाल साहू, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. गजेन्द्र ध्रुव एवं स्थानीय अफसर अधिकारी कर्मचारी पहुंचकर गांव में बैठक लेकर ग्रामीणों से आत्महत्या के कारणों के बारे में चर्चा की, तो कई मामले सामने आए। जिसमें कुछ लोगों ने इसे युवाओं के द्वारा नशाखोरी के साथ ही कई कारणों को बताया। वहीं, कुछ लोगों के द्वारा इसे दैवीय प्रकोप भी बताया जा रहा है।

क्या कहते हैं एसडीओपी
मैनपुर एसडीओपी पुलिस विकास पाटले ने बताया कि मामले की जानकारी लगते ही ग्राम इंदागांव मे ग्रामीणों की बैठक लेकर उनकी समस्याओं को सुना गया है। आत्महत्या करने की कोशिश करते कई लोगों को ग्रामीणों ने बचाया है। जिसके अलग अलग कारण हैं, उन्होंने बताया कि आत्महत्या करने से तीन लोगों की इंदागांव में मौत हो चुकी है।
सबसे राय ली जा रही
मैनपुर एसडीएम पंकज डाहिरे ने बताया गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार शिविर लगाकर मनोरोग चिकित्सक के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति से अलग अलग उनकी राय ले रही है। इंदागांव में अभी स्थिति ठीक है।