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प्रदेशभर में ग्राम पंचायत सचिवों ने हड़ताल बंद नहीं करने का ऐलान कर दिया। इतना ही नहीं सचिवों ने आदेश की कॉपी जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

रायपुर प्रदेशभर में ग्राम पंचायत सचिवों ने हड़ताल बंद नहीं करने का ऐलान कर दिया। इतना ही नहीं सचिवों ने आदेश की का्पी जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार की चेतावनी के बाद भी सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं । ऐसा ही मामला कवर्धा जिले से सामने आया है। जहां सरकार की चेतावानी के बाद भी पंचायत सचिव हड़ताल पर बैठे हुए  हैं। आदेश की कॉपी जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सचिवों ने सरकार पर दमनात्मक नीति अपनाने का  आरोप लगाया है। सचिव पिछले 6 दिनों से शासकीयकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। 

पंचायत सचिव सरकार से नराज 

इधर, बलरामपुर जिले में पंचायत सचिव संघ के सदस्यों ने सरकार के 24 घंटे काम में लौटने के जारी आदेश को जलाकर सरकार का विरोध प्रदर्शन किया है। शंकरगढ़ स्थित ब्लॉक परिसर में सचिव संघ के सदस्यों ने सरकार के आदेश को जलाकर नाराजगी व्यक्त की। 

1 अप्रैल को करेंगे रायपुर विधानसभा का घेराव

पंचायत सचिव संघ के सदस्यों ने कहा कि,  शासकीय करण की मांग को लेकर वह 18 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। सरकार उनके मांगों पर अमल नहीं कर रही है।  बल्कि उन्हें डराने के लिए काम में लौटने का दबाव बनाते हुए आदेश जारी कर रही है। पंचायत सचिव संघ के सदस्य आने वाले 1 अप्रैल को रायपुर विधानसभा का घेराव करके भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। 

 सूरजपुर जिले के पंचायत सचिवों ने आदेश की कॉपी  को जलाकर कर रहे प्रदर्शन

सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत सचिव अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं वहीं आज सरकार के द्वारा 24 घंटे में काम में लौटने के आदेश के बाद सचिव संघ और उग्र नजर आ रहा है। सचिव संघ ने सूरजपुर के रंग मंच परिसर में आदेश के प्रति को जलाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।  

मांग पुरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेगें 

पंचायत सचिव संघ के सदस्यों ने कहा कि, शासकीयकरण की मांग को लेकर वह 18 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। इसे मुख्यमंत्री ने मोदी का गारंटी बताया था। लागू करने की बात कहा था।  मांग पुरी नहीं होने से पंचायत सचिव हड़ताल पर हैं आने वाले समय में हमारे परिवार के लोग भी हड़ताल पर रहेंगे। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी। हमारी लड़ाई लगातार जारी रहेगी। वहीं आने वाले 1 अप्रैल को पूरे प्रदेश के सचिव संघ विधानसभा का घेराव करेंगी । 

पंचायत सचिवों ने हड़ताल बंद नहीं करने का किया ऐलान 

फरसगांव। कोड़ागांव जिले के ग्राम पंचायत सचिवों ने हड़ताल बंद नहीं करने का ऐलान किया है। सरकार के द्वारा 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का पंचायत संचालक रायपुर ने आदेश पत्र जारी किया था जिससे पंचायत सचिवों ने जला दिया। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। 1 अप्रैल को रायपुर विधानसभा का घेराव करेंगे। 

शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिव की हड़ताल जारी 

जशपुर जिले के पंचायत सचिव संघ ने जनपद कार्यालय आदेश पत्र को जलाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।  पंचायत सचिव संघ अपने शासकीयकरण की मांग को लेकर के जनपद कार्यालय पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इससे ग्रामीण स्तर के पंचायतों का काम पूरी तरह से चरमरा गया है। ग्रामीण क्षेत्र में लोग अपने काम कराने पंचायत भवन आने के बाद बिना काम हुए बेरंग लौट रहे हैं। 24 घंटे के भीतर काम पर वापस लौटने का सरकारी आदेश का प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। 

पंचायत का कामकाज ठप्प 

दरअसल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में 445 पंचायत सचिव हड़ताल पर डटे रहने के कारण पंचायत का पूरा कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है। सचिव संघ के सदस्यों ने बताया कि, वो पिछले 28 सालों से कर्मचारी के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। वहीं पिछले लोकसभा चुनाव के मोदी की गारंटी वाली घोषणा पत्र में पंचायत सचिवों को 100 दिन के भीतर शासकीय करण करने की बात कही गई थी। लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं किया है। इसके चलते शासकीय करण की मांग पर हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम हड़ताल पर ही रहेंगे। 

मुख्यमंत्री से कई बार कर चुके हैं मांग

उन्होंने ने कहा कि, कि उनके क्षेत्र के मुख्यमंत्री होने के नाते कई बार मांग की जा चुकी है ।इसके बाद कोई अमल नहीं किया गया। आज पूरे जिले के सचिव ने सरकारी आदेश का प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जब  तक उनकी मांगें पूरी नही होगी तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा

काम पर लौटने के फरमान से नाराज सचिवों ने जलाया आदेश की कॉपी 

दंतेवाड़ा जिले के सभी 4 ब्लॉकों में कार्यरत पंचायत सचिवों ने शनिवार को  सरकार के  काम पर लौटने के फरमान से नाराज  हो गए। नाराज होकर सचिवों ने जलाया आदेश की कॉपी जलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं।  जिला मुख्यालय के दुर्गा मंडप में धरने पर बैठे पंचायत सचिवों ने उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा और कृषि मंत्री राम विचार नेताम के नगर आगमन पर भी अपना आंदोलन जारी रखा। 

 ग्रामीण हो रहे परेशान 

सचिवों ने सरकार में आने से पूर्व भाजपा नेताओं ने पंचायत सचिवों के नियमितीकरण के आश्वासन की वीडियो क्लिप भी दिखाई। हड़ताल के चलते ग्राम पंचायतों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस बीच शासन ने सभी कलेक्टरों को आदेश जारी कर कहा है कि, प्रदेश के समस्त ग्राम पंचायत सचिव 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिसकी वजह से प्रदेश की ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है। हड़ताल की वजह से ग्राम पंचायतों द्वारा दी जाने वाली अनिवार्य सेवाओं और हितग्राहीमूलक शासकीय योजनओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। ग्राम पंचायतों के कार्यों की अनिवार्यता को दृष्टिगत रखते हुए समस्त हड़ताली ग्राम पंचायत सचिवों को 24 घंटे के भीतर हड़ताल समाप्त कर अपने कर्तव्य पर लौटने के संबंध में अपने स्तर से निर्देश दिया था। 

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सरकार ने 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का निर्देश जारी किया था 

उल्लेखनीय है कि, पंचायत संचालनालय ने जिला पंचायत सीईओ को एक पत्र लिखा था। सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों सीईओ को पत्र जारी कर हड़ताली सचिवों को 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का निर्देश दिया था। प्रदेश के सभी पंचायत सचिव 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिसकी वजह से प्रदेश के ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है। हड़ताल की वजह से ग्राम पंचायतों द्वारा दी जाने वाली अनिवार्य सेवाओं और हितग्राहीमूलक शासकीय योजनओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। 
 

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