Satta King on IPL 2025: आईपीएल क्रिकेट सट्टेबाजों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। शनिवार को कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स के बीच आईपीएल का पहला मैच खेला जाएगा और इसके साथ ही छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में सट्टे का खेल एक बार फिर शुरू हो चुका है। ऑनलाइन सट्टे (Online satta) की वेबसाइट्स पर, देश और विदेश में दर्जनों वेबसाइटों पर सट्टा (satta) चलने लगेगा। टॉस से लेकर जीत-हार, और हर ओवर की बॉल पर भी पैसे लगाए जा सकेंगे। इसके अलावा एक और दिलचस्प पहलू यह भी है कि बड़े सट्टेबाज फेसबुक और टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर पेज बनाकर मैच से पहले ही जीत-हार की जानकारी देने का दावा करने लगे हैं। मैच के दौरान कौन सा दांव खेलना है, इसकी जानकारी हर पल सट्टेबाजों तक इन पेजों के जरिए पहुंचाई जाएगी।
हरिभूमि की पड़ताल में यह खुलासा हुआ है कि टेलीग्राम पर मलिक मुंबई, द टॉप बुकी, नेकराज क्रिकेट प्रेडिक्शन जैसे पेज सक्रिय हैं, जिनका प्रचार सोशल मीडिया पर किया जा रहा है। इन पेजों के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि यहां से सबसे तेज जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह दावा किया जा रहा है कि टीवी में दो बॉल पहले ही सट्टा लगाने के लिए जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे यह साफ जाहिर होता है कि सट्टेबाज अपनी गतिविधियों को और संगठित तरीके से चला रहे हैं, जिससे देशभर में सट्टेबाजी का खेल बढ़ता जा रहा है।
वेबसाइट में अलग-अलग नाम से ऑनलाइन एक्सचेंज
पुलिस की सख्ती के बाद सट्टे का पूरा खेल हाइटेक होकर ऑनलाइन हो गया है। सट्टेबाजों के मुताबिक आईपीएल में सट्टा (satta in ipl) के लिए तेज रफ्तार वाले वेबसाइट भी आ चुके हैं। इसे आसानी से मोबाइल पर आसानी से चलाया जा सकता है। महादेव, अन्ना रेडी शुभ लाभ, क्रिकबेट 99 जैसी वेबसाइट्स पर सट्टा खेला जाता है, जो सट्टेबाजों के बीच प्रमुख रूप से लोकप्रिय हैं। ये वेबसाइट्स कुछ देश में और कुछ विदेशी सट्टेबाजों द्वारा संचालित होती हैं। सट्टेबाजों का एक बड़ा वर्ग इन वेबसाइट्स पर पैसे लगाते हैं और मैच शुरू होने से पहले ही वेबसाइट्स पर भाव दिखाई देने लगते हैं। अपना अलग प्लेटफार्म और एक्सचेंज बनाकर धड़ल्ले से क्रिकेट सट्टा चलाए जाते है। इस वजह से ऑनलाइन खेल के फेर में सटोरियों को दबोचना पुलिस के लिए भी मुश्किल होता है।
Online Satta: उम्र की सीमा नहीं
आईपीएल के दौरान सट्टे का खेल तेजी से बढ़ता जा रहा है, और अब यह केवल बड़े सट्टेबाजों तक सीमित नहीं रहा। सट्टा लगाने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। हरिभूमि ने दर्जन से अधिक वेबसाइट की पड़ताल की, जिसमें केवल नाम और नंबर डालने के बाद भी सट्टे के वेबसाइट में आईडी बना जाती है, जिसके बाद मैच में लाख रूपए का दाव लगा सकते हैं। ऐसे में सट्टा वेबसाइट्स पर अपनी पहचान छिपाकर खेल में शामिल होने वाले युवा, बिना किसी रोक-टोक के पैसे लगाने का आदत बना सकते हैं। इन वेबसाइट्स पर न केवल मैचों के परिणाम बल्कि टॉस, हर ओवर, या खिलाड़ी के प्रदर्शन पर भी पैसे लगाए जा सकते हैं। इन वेबसाइट्स में किसी प्रकार की उम्र की जांच नहीं की जाती।