गौरव श्रीवास्तव - कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक में पुष्प स्टील माइनिंग लिमिटेड के द्वारा संचालित चेमल माइंस के छमता विस्तार को लेकर आज जनसुवाई रखी गई थी। ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध के कारण सुनवाई स्थगित कर अधिकारी वापस लौट गए हैं । चेमल माइंस से प्रभावित 6 गांव के ग्रामीणों ने जनसुनवाई का जबरदस्त विरोध करते हुए माइंस प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं ।
कांकेर- पुष्प स्टील माइनिंग लिमिटेड के द्वारा संचालित चेमल माइंस के छमता विस्तार को लेकर आज जनसुवाई रखी गई थी। ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध के कारण सुनवाई स्थिगित कर अधिकारी वापस लौट गए हैं. @KankerDistrict #ChhattisgarhNews @CG_Police #villagers pic.twitter.com/sTbdIHq8jU
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 26, 2024
ग्रामीणों ने बताया कि, 2007 में यह माइंस शुरू हुई थी, लेकिन नक्सल कारणों से माइंस बंद कर दी गई थी। 2018 में फिर से माइंस शुरू होने के बाद माइंस प्रबंधन ने जितने वादे क्षेत्र के विकास के लिए किए थे उसमें से एक भी काम नही हुए है। ना तो क्षेत्र में सड़कों को लेकर कोई प्रयास किया गया और न ही बिजली पानी के लिए कोई पहल माइंस प्रबंधन ने की है।
इसे भी पढ़ें...रातभर लाश के पास बैठा रहा पति : बेटे के सामने कबूली पत्नी की हत्या की बात
गंदे पानी से फसल हो रही खराब
ग्रामीणों का आरोप हैं कि, माइंस प्रबंधन ने ग्रामीणों को रोजगार को लेकर भी ठगा है। 6 गांव के आधे ग्रामीणों को ही रोजगार दिया गया है, जबकि शेष अभी भी भटक रहे है। माइंस के गंदे पानी से खेतों की फसलें बर्बाद हो रही है। इसको लेकर भी कोई मुआवजा नहीं मिला और न ही व्यवस्था सुधारने कोई प्रयास किए गए है। ग्रामीणों के जोरदार विरोध के बाद प्रशासन ने जनसुनवाई को स्थगित कर दिया है।
ग्रामीणों के विरोध के बाद मामला अटका
बता दें कि, आज की जन सुनवाई माइंस के छमता विस्तार को लेकर थी जिसमें डेढ़ लाख टन से बढ़ाकर 12 लाख टन करने को लेकर ग्रामीणों की सहमति लेनी थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद मामला अटक गया है।a