राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर जिले में अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए कांग्रेस द्वारा टिकट काटे जाने से नाराज मोहला-मानपुर- अंबागढ़ चौकी जिले के अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और जिला अध्यक्ष के पद से पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है।
अनिल मानिकपुरी ने अपना इस्तीफा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के नाम भेजा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल मानिकपुरी ने राजनांदगांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने इस्तीफा के माध्यम से कहा है कि, उन्होंने बडे़ दुखी मन से पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने वर्ष 1988 से कांग्रेस के छात्र संगठन से जुड़कर अपनी राजनीतिक की शुरूआत की थी और आज नवीन जिला- मोहला मानपुर - अम्बागढ़ चौकी के जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद तक की लंबी यात्रा तक 36 वर्षो से कांग्रेस के निष्ठावान समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को तन - मन - धन योगदान दिया है।
मोहला-मानपुर- अंबागढ़ चौकी जिले के अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और जिला अध्यक्ष के पद से पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है. @MMACDistrict_CG #Chhattisgarh @INCChhattisgarh #CGNews pic.twitter.com/DAmW3OgZ2n
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) January 31, 2025
पार्टी में सिर्फ संगठन मजबूत करने का दायित्व
अनिल मानिकपुरी ने कहा कि, मुझे लगता है पार्टी को मेरी आवश्यकता केवल संगठन के कार्यों को आगे बढ़ाने एवं पार्टी की मजबूत करने के लिए ही रह गयी है। उनके साथ वर्ष 2019 में सीएम हाऊस से फोन आने के नाम पर अन्याय हुआ और 2024 में पुनः पार्टी ने उन्हें विधानसभा के प्रबल दावेदार होने के बाद भी टिकट नहीं दिया।
लोकसभा और विधानसभा में दिलाई जीत
अनिल मानिकपुरी ने इस्तीफे में जिक्र किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनके जिले के विधानसभा क्षेत्र मोहला मानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 32 हजार की ऐतिहासिक लीड मिली। खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी को अपने जिले के अम्बागढ़ चौकी ब्लाक के 69 मतदान केन्द्रो में लगभग सात हजार लीड दिलाने उन्होंने योगदान दिया। इसी तरह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को अपने जिले से 48 हजार की प्रचण्ड लीड दिलाने मे महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पार्टी के प्रति निष्ठा का ऐसा सिला !
अनिल मानिकपुरी ने कहा कि पार्टी की निष्ठा का उन्हे यह परिणाम मिला कि तेरे मेरे के चक्कर में मेरी उनकी टिकट काट दी गई।