रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि अगले शैक्षणिक सत्र से चार नए पाठ्यक्रम प्रारंभ करने जा रहा है। इसमें पब्लिक हेल्थ में मास्टर की उपाधि भी शामिल है। कोविड के बाद से पब्लिक हेल्थ सेक्टर में प्रबंधन तथा बढ़ते रोजगार की संभावना को देखते हुए यह पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है। इसके अलावा जिन अन्य 3 पाठ्यक्रमों को प्रारंभ किए जाने पर रविवि की सहमति बनी है, उसमें योगा, फॉर्मेसी और महिला अध्ययन जैसे विषय भी शामिल हैं। रविवि द्वारा उन विषयों का चयन किया गया है, जिसकी डिमांड जॉब सेक्टर में अत्यधिक है।
विद्या संबंधित योजना एवं मूल्यांकन बोर्ड की बैठक इस वर्ष जुलाई माह में हुई थी। बैठक में इन चार पाठ्यक्रमों को रविवि में प्रारंभ करने की अनुशंसा की गई थी। इस अनुशंसा के आधार पर ही रविवि ने इन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की है। इन पाठ्यक्रमों के लिए सिलेबस निर्धारण, सीट संख्या तथा प्रवेश के लिए योग्यता संबंधित मापदंड आदि का निर्धारण सत्र प्रारंभ होने के पूर्व कर लिया जाएगा।
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अब तक योगा संग फिलॉसफी का भी अध्ययन
रविवि में योगा डिपार्टमेंट के अंतर्गत एमए इन योगा एंड फिलॉसफी की उपाधि प्रदान की जाती है। इसमें योगा के साथ दर्शनशास्त्र का भी अध्ययन विद्यार्थी करते हैं। 2025 से प्रारंभ किए जा रहे एमए योगा में सिर्फ योगा की ही पढ़ाई छात्र करेंगे। शारीरिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत यह पाठ्यक्रम प्रारंभ होगा। इसके पाठ्यक्रम में दर्शनशास्त्र संबंधित विषय-वस्तु नहीं होंगे। मात्र योग शिक्षा से जुड़ी वस्तुओं को ही इसमें जगह दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, शारीरिक शिक्षा विभाग में भी योगा में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरु किए जाने की तैयारी है। फिलहाल योगा डिपार्टमेंट के अंतर्गत ही सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स कराए जा रहे हैं।
लैंगिक अध्ययन को भी जगह
एमबीए इन फॉर्मास्यूटिकल मैनेजमेंट, एमए इन वीमन एंड जेंडर स्टडिज कोर्स भी नए सत्र से शुरू होंगे। एमए इन वीमन एंड जेंडर स्टडिज में महिलाओं से संबंधित मुद्दों के साथ ही लैंगिक अध्ययन को भी जगह दी जाएगी। फॉर्मास्यूटिकल मैनेजमेंट में फॉर्मेसी सेक्टर में प्रबंधन का ज्ञान विद्यार्थियों को प्रदान किया जाएगा। किस विभाग के अंतर्गत ये पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे, इसकी रूपरेखा भी रविवि तैयार कर रहा है।