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आईपीएस अरुण देव गौतम को नया DGP नियुक्त किया गया है। इसको लेकर बाकायदा गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। 3 फरवरी की शाम 5 बजे खत्म DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल समाप्त हो गया है। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आईपीएस अरुण देव गौतम को नया DGP नियुक्त किया गया है। इसको लेकर बाकायदा गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। 3 फरवरी की शाम 5 बजे खत्म DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल समाप्त हो गया है। जिसके बाद इनकी नियुक्ति की गई है। 

IPS अरुण देव गौतम मध्य्प्रदेश की राजधानी भोपाल में एडिशनल एसपी के तौर पर पदस्थ थे। राजगढ़ के एसपी का प्रभार भी संभाला था। लेकिन वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ बनने के बाद उनका कैडर चेंज हो गया। छत्तीसगढ़ में वे 6 जिलों के एसपी और दो रेंज के IG भी रह चुके हैं। IPS अरुण देव गौतम गृह सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं। 

किसान परिवार से आते हैं आईपीएस अरुण देव गौतम

आईपीएस अरुण देव गौतम UP के फतेहपुर जिले के अभयपुर गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 2 जुलाई 1967 को हुआ था। वे एक किसान परिवार से संबंध रखते  हैं, उनके पिता कृषक हैं और गांव में अच्छी खेतीबाड़ी होती है। वे पांच भाई और एक बहन हैं। हालांकि, अभयपुर गांव फतेहपुर जिले में आता है, लेकिन यह कानपुर से केवल 30 किलोमीटर दूर है।

गांव से हुई स्कूली शिक्षा

श्री गौतम ने अपनी आठवीं तक की स्कूली शिक्षा अपने गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद, आगे की पढ़ाई के लिए वे अपने बड़े भाई के पास प्रयागराज चले गए, जहां उनके भाई वकील थे। गौतम ने अपनी दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज, इलाहाबाद से की। इसके बाद, उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से आर्ट्स में बीए किया और फिर राजनीति शास्त्र में एमए की डिग्री प्राप्त की।

सात जिलों के रहे एसपी

अरुण देव गौतम ने यूपीएससी परीक्षा पास करके 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी बने। 12 अक्टूबर 1992 को उन्होंने आईपीएस सेवा जॉइन की और उन्हें पहले मध्य प्रदेश कैडर आवंटित किया। प्रशिक्षु आईपीएस के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग जबलपुर में हुई। इसके बाद, वे बिलासपुर के सीएसपी बने, फिर एसडीओपी कवर्धा और बाद में एडिशनल एसपी भोपाल के पद पर कार्य किया। वे मध्य प्रदेश पुलिस की 23वीं बटालियन के कमांडेंट भी रहे। एसपी के रूप में उनका पहला जिला राजगढ़ था।

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