जितेन्द्र सोनी- जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में NCC सीनियर डिवीजन के कैडेट्स को विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। जहां पर 35 कैडेट्स आगडीह हवाई पट्टी पर उड़ान भरने, रनवे पर लैंड करने से लेकर, विमान के कॉकपिट विमान के नियंत्रण करना सीख रहे हैं। प्रशिक्षुओं में लड़के- लड़कियां दोनों शामिल हैं। सात मार्च से जारी यह ट्रेनिंग सीजी एयर स्क्वाड्रन रायपुर के बैनर के तले हो रहा है।
जशपुर। NCC सीनियर डिवीजन के 35 कैडेट्स को विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस दौरान हवाई जहाज से उड़ान भरने, रनवे पर लैंड करने, कॉकपिट के बारे में बेसिक जानकारी दी जा रही है। @JashpurDist pic.twitter.com/JmMmg3mYa5
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) March 12, 2025
दरअसल, आगडीह हवाई अड्डे में प्रशिक्षण अभियान आयोजित की गई है। जहां पर 10 सदस्यीय तकनीकी टीम NCC के एयर विंग के कैडेट्स को विमान उड़ाने की प्रशिक्षण दे रहे हैं। विंग कमांडर वीके साहू ने बताया कि, मार्च महीने के 7 तारीख से संचालित की जा रही है। प्रशिक्षण में फिलहाल 35 प्रशिक्षु कैडेट्स हिस्सा ले रहे हैं और इस माह के अंत तक 100 कैडेट्स को विमान उड़ाने और नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एयर फोर्स और एविएशन के क्षेत्र में करियर के रूप में इसे चुनने वाले युवाओं के लिए यह प्रशिक्षण बेहद कारगर है।

स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर दी जा रही थी ट्रेनिंग
विंग कमांडर साहू ने बताया कि, रायपुर के माना एयरपोर्ट पर उड़ान के सीमित अवसर के कारण इस ट्रेनिंग को जशपुर शिफ्ट किया गया है। इसके लिए चिकित्सा स्टाफ, एम्बुलेंस और फायर फाईटिंग के साथ तमाम तरह की सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर इस ट्रेनिंग का संचालन किया जा रहा था। लेकिन माना एयरपोर्ट में एयर ट्रैफिक के दबाव के चलते 100 कैडेट्स को प्रशिक्षण देने में दिक्कतें आ रही थी। जिसके बाद ट्रेनिंग को छोटे हवाई अड्डे या रनवे पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया।

कैडेट्स ने बताया अपना अनुभव
ट्रेनिंग के लिए जशपुर के आगडीह हवाई अड्डे का चयन किया गया। यहां का शांत वातावरण और रनवे ट्रेनिंग के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ है। जशपुर के खुले आसमान में उड़ने का अनुभव अनूठा है। माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट के उड़ान ट्रेनिंग में शामिल एयर NCC कैडेट्स ने बताया कि, उन्होंने रायपुर के माना एयरपोर्ट पर भी इससे पहले एयर NCC का ट्रेनिंग लिया है, लेकिन जशपुर की शांत वातावरण, एनवायरनमेंट में को- पायलट के रूप में ट्रेनिंग लेना अनूठा अनुभव है।