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महासमुंद जिले के शिकारीपाली गांव के कोटवार की मृत्यु होने पर उसके भतीजे ने धोखे से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवा लिया और खुद कोटवार बन गया। अब वह मनमानी कर रहा है। जिससे परेशान होकर ग्रामीण कलेक्टर के पास पहुंचे।

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के शिकारीपाली गांव के कोटवार की मृत्यु होने पर  भतीजे ने अपनी चाची का धोखे से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवा लिया और खुद कोटवार बन बैठा। कोटवार बनने के बाद वह गांव में खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए लोगों को डरा- धमका रहा है। जिससे परेशान होकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीणों ने छल से बने कोटवार को हटाकर मृत कोटवार की पत्नी को यह भूमिका देने की मांग की है। 

मिली जानकारी के अनुसार, महासमुंद जिले के शिकारीपाली गांव के ग्रामीणों ने महासमुंद कलेक्ट्रेट पहुंचकर गांव के कोटवार नीरज बघेल के विरुद्ध ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कोटवार पर आरोप लगाया है कि, उसने पूर्व कोटवार स्व. विश्वनाथ बघेल पिता रजऊ बघेल की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कुंती बघेल से कहा कि, उनके पति के नाम से 5 लाख का बीमा है और उसका पैसा जारी करने के लिए आपके हस्ताक्षर की जरूरत है। ऐसा कहकर उसने उनकी पत्नी का हस्ताक्षर सहमति पत्र पर ले लिया और उसी आधार पर उसने नौकरी हासिल कर ली। 

कोटवार नीरज पटेल के उपर दर्ज हैं केस 

इसको लेकर जब मृतक की पत्नी ने आपत्ति जताई और पंचायत की बैठक बुलाई तो कोटवार नीरज बघेल ने उसके साथ मारपीट किया। जिसकी सूचना बागबाहरा तहसीलदार को दी गई थी। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर कहा है कि, वर्तमान कोटवार कोई भी काम नहीं करता है और गांव में गुंडई करता है। नीरज बघेल और उसके भाई पर तलवार लहराने को लेकर केस भी दर्ज है। इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि, नीरज बघेल को हटाकर मृतक की पत्नी को कोटवार नियुक्त किया जाये।

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