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Delhi News: हजार में कमाने वाला अगर एक साथ करोड़ रुपये देख ले तो मन में लालच आना स्वाभाविक है। ऐसा ही मामला दक्षिणी दिल्ली से सामने आया है। जहां पर एक नामी शोरूम का कैशियर कंपनी से एक करोड़ रुपये बैंक में जमा करने के लिए निकला था। उसकी नियत बदल गई और वह पैसा लेकर फरार हो गया।

Delhi Loot Case: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दक्षिणी जिले के कोटला मुबारकपुर, डिफेंस कॉलोनी और लोधी कॉलोनी थाने की ज्वाइंट पुलिस की टीम ने एक करोड़ रुपये लेकर फरार हुये कैशियर और उसकी पत्नी समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, कैशियर शोरूम से रकम लेकर बैंक में जमा करवाने के लिए गया था, लेकिन उसकी नियती बदल गई, इसके बाद वह रूपये लेकर फरार हो गया। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से 93 लाख 46 हजार रुपए बरामद भी कर लिया है।

27 फरवरी को रूपया लेकर फरार हुआ था कैशियर 

डीसीपी अंकित चौहान के मुताबिक 27 फरवरी को यह मामला संज्ञान में आया था। जिसमें पुलिस को कॉल कर बताया गया कि साउथ एक्स के एक नामी शोरूम के कैशियर को एक करोड़ रुपए डिफेंस कॉलोनी के बैंक में जमा करने के लिए भेजा था। लेकिन ना तो कैश जमा हुआ और ना ही कैशियर का कुछ पता चल रहा है। उसका मोबाइल भी बंद आ रहा है। इसके बाद पुलिस मामला दर्ज करके कैशियर की छानबीन शुरू की। आरोपी का पता लगाने के लिए पुलिस की टीम ने टैक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरु किया।

ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ गया आरोपी

इस दौरान जांच कर रही पुलिस टीम को कैशियर के रूट के बारे में पता चला। इसके बाद पुलिस की टीम ने सरिता विहार और नेहरू प्लेस इलाके में छापे मारी की। लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया। लगातार दो दिनों की करीब मशक्कत के बाद पुलिस टीम को कैशियर के दोस्त सचिन यादव के बारे में पता चला। कैशियर ऋषभ फरार होने से पहले सचिन से ही संपर्क किया था। सचिन ने शुरू में पुलिस को इधर-उधर घुमाया। फिर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने फिर बताया कि ऋषभ अपनी पत्नी को लेकर देहरादून गया है। इसके बाद पुलिस को पता चला कि ऋषभ ने प्रहलादपुर में अपने चाचा के यहां मोटी रकम छोड़ी और ढाई लाख रूपए लेकर देहरादून चला गया। इसके बाद पुलिस ने उसे वहीं पकड़ने का प्लान किया।

विश्वकर्मा कॉलोनी  91 लाख रुपये हुए बरामद

सबसे पहले पुलिस टीम विश्वकर्मा कॉलोनी पहुंची और वहां से 91 लाख 19 हजार 500 रुपये बरामद किये। हिरासत में लिए गए सचिन यादव से इंटरनेट कॉलिंग कराया गया तो पता चला कि ऋषभ देहरादून से गुजरात ट्रेन से जा रहा है। पुलिस टीम राजस्थान पहुंची और भरतपुर जंक्शन पर उसे दबोच लिया। ऋषभ के पास से 1,26,500 बरामद हुये। जबकि पत्नी से एक लाख रुपये बरामद किये गये। इस तरह से कुल 93 लाख 46000 बरामद करने में पुलिस कामयाब हो गई। 

बिहार का रहने वाला है कैशियर

पुलिस ने बताया कि ऋषभ कुमार बिहार के पूर्णिया का रहने वाला है। लगभग सात से आठ महीने पहले ही साउथ एक्स के बड़े शोरूम पर कैशियर के रूप में काम करना शुरू किया था। इसका दोस्त सचिन हर्बल मेडीसिन सप्लाई का काम करता है। जबकि ऋषभ का चाचा आकाश एक फार्म हाउस में इलेक्ट्रिशीयन था। इसके बाद उसने एक साथ जब एक करोड़ रूपया देखा तो उसकी नियत बदल गई और उसने पैसे जमा न करके भागने का प्लान बना लिया। हालांकि, पुलिस उससे आगे की पूछताछ कर रही है। 

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