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दिल्ली में सरकारी स्कूलों में AI लैब सेटअप को लेकर शिक्षकों ने आपत्ति जताई है, शिक्षकों का कहना है कि AI लैब की योजना बहुत प्रभावशाली है, लेकिन कॉमर्स और कंप्यूटर लैब्स की पहले से ही काफी कमी है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला...

Delhi AAP Government AI Initiative: दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में छात्रों के बीच टेक्निकल एजुकेशन और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) लैब्स सेटअप करने की अहम योजना का ऐलान किया है। हालांकि, शिक्षकों और प्रिंसिपलों ने इस पहल का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी को लेकर अपनी चिंता जाहिर की।  

शिक्षा निदेशालय (DoE) ने हाल ही में एक नोटिफिकेशन जारी कर के योग्य और इच्छुक एजेंसियों से एआई लैब्स सेटअप करने के लिए प्रस्ताव और उनके काम काज के तरीकों को समझने की मांग की है। इन प्रस्तावों में लैब की विशेषताएं, बुनियादी ढांचे की जरूरतें, प्रशिक्षण मॉड्यूल और इम्प्लीमेंट किए जाने वाली स्ट्रेटेजी शामिल होंगी। शिक्षा निदेशालय का कहना है कि इसका मकसद छात्रों को तकनीकी शिक्षा के जरिए बेहतर अवसर प्रदान करना है।  

योजना को लेकर क्या है शिक्षकों और प्रिंसिपलों की मांग

द इण्डियन एक्सप्रेस रिपोर्ट के मुताबिक, मंगोलपुरी के सर्वोदय बाल विद्यालय के प्रधानाचार्य रणवीर ने इसे छात्रों के लिए एक शानदार अवसर बताया। उन्होंने कहा कि यह पहल छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने और प्रगति करने में मदद करेगी। इससे नए कौशल सीखने के इच्छुक युवा शिक्षकों को भी लाभ मिलेगा। हालांकि, उन्होंने कई चुनौतियों की ओर भी ध्यान दिलाया। कहा कि हमारे कई छात्र सीमित संसाधनों के वजह से घर पर अभ्यास नहीं कर पाएंगे। 

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सरकार अगर इस संबंध में सहायता करें, तो यह पहल और प्रभावी हो सकती है। उन्होंने स्कूलों में बढ़ती बच्चों की भीड़ और अपर्याप्त सुविधाओं की समस्या पर भी जोर डालते हुए कहा कि हमारे स्कूल में 2,250 छात्र हैं, जिनमें से कुछ ओपन स्कूल प्रोग्राम के भी हैं। जगह की कमी की वजह से कुछ कक्षाएं लैब्स में आयोजित करनी पड़ती हैं। अगर सरकार का समर्थन मिला तो इन बाधाओं को दूर किया जा सकता है।  

मौजूदा शिक्षकों की ट्रेनिंग पर जोर

सुंदर नगरी के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने इस पहल की सफलता के लिए शिक्षकों के ट्रेनिंग को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि यह बेहद काम का साबित होगा, अगर इस पहल के लिए अलग से शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और मौजूदा शिक्षकों को ट्रेन किया जाए। फिलहाल, हमारे स्कूल में कॉमर्स और कंप्यूटर लैब्स एक ही हैं, जिससे संसाधनों की कमी हो रही है।उन्होंने छात्रों के लिए इन स्किल्स को उच्च शिक्षा में जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया।

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इसके साथ ही कहा कि अगर छात्रों को कॉलेज में योग्यता हासिल करने के मौके मिलते हैं, तो यह पहल बहुत सफल होगी। वहीं, दिल्ली सरकार का मानना है कि एआई लैब्स एजुकेशन सिस्टम में एक बड़ा बदलाव लाएंगी और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करेंगी। लेकिन शिक्षकों और प्रिंसिपलों द्वारा उठाए गए मुद्दे इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जरूरी सुधारों की ओर इशारा करते हैं। 

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