Delhi Metro Phase 4: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने फेज-4 के तहत तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर (गोल्डन लाइन) में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छतरपुर मंदिर और इग्नू मेट्रो स्टेशन के बीच भूमिगत सुरंग के निर्माण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इग्नू स्टेशन पर टनल बोरिंग मशीन (TBM) की ब्रेकथ्रू प्रक्रिया आज पूरी हुई। इस अवसर पर श्री आनंद मोहन बजाज (डिप्टी कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल, कमर्शियल), श्री प्रमोद कुमार (अतिरिक्त डिप्टी कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) और डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
97 मीटर लंबी TBM से बना 1475 मीटर लंबा टनल
टनल बोरिंग मशीन ने 1475 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया, जो दिल्ली मेट्रो की सबसे गहरी सुरंगों में से एक है। इस सुरंग को औसतन 26 मीटर की गहराई में बनाया गया है, जिसमें न्यूनतम 15 मीटर और अधिकतम 36 मीटर की गहराई है। इस सुरंग में कुल 1048 प्रीकास्ट रिंग्स स्थापित की गई हैं, जिनका भीतरी व्यास 5.8 मीटर है।
सुरंग निर्माण में आईं चुनौतियां और तकनीकी समाधान
टनलिंग ड्राइव 4 दिसंबर 2023 को शुरू हुई थी। इस दौरान इंजीनियरों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे तीव्र ढलान और कठोर चट्टानें। इस कारण TBM का स्क्रू ऑगर क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे बीच में बदला गया। हालांकि, DMRC ने Earth Pressure Balancing Method (EPBM) तकनीक का उपयोग करते हुए इस चुनौती को सफलतापूर्वक पार कर लिया।
सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन
सुरंग निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा गया। मौजूदा वायाडक्ट और आसपास के ढांचों के नीचे सुरंग बनाते समय उच्च-संवेदनशीलता वाले उपकरण लगाए गए ताकि भूमि धंसाव जैसी किसी भी समस्या को रोका जा सके। फेज-4 के तहत 40.109 किमी भूमिगत लाइनों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 19.343 किमी एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के अंतर्गत आएगा। दिल्ली मेट्रो फेज-1 से ही TBM का उपयोग कर रहा है। फेज-3 में लगभग 50 किमी भूमिगत सेक्शन का निर्माण किया गया था, जिसमें करीब 30 TBM का इस्तेमाल हुआ था।
मार्च 2025 में दूसरी सुरंग का होगा ब्रेकथ्रू
इग्नू स्टेशन पर जो ब्रेकथ्रू हुआ है, वह अप मूवमेंट के लिए बनाई गई सुरंग के लिए था। इसके समानांतर डाउन मूवमेंट के लिए दूसरी सुरंग भी बनाई जा रही है, जिसका ब्रेकथ्रू मार्च 2025 में निर्धारित है।
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दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार में नया मील का पत्थर
इस उपलब्धि से दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार को गति मिलेगी। नई लाइन खुलने से यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और आधुनिक परिवहन सुविधाएं मिलेंगी। DMRC की यह सफलता राजधानी में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को और अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
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