Delhi Nursery Admission: दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटे के तहत दाखिले के लिए शिक्षा निदेशालय के कॉन्फ्रेंस रूम  में 'ड्रॉ ऑफ लॉट्स' के जरिए ऑनलाइन लॉटरी निकली गई। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि दिल्ली में पहली बार लॉटरी की ये प्रक्रिया हजारों अभिभावकों की मौजूदगी में पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई।

'ड्रा वाले कमरे में फोन लाना था बैन'

शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि गायत्री के पुत्र भावेश ने केजी और पहली क्लास के लिए 'ड्रॉ ऑफ लॉट्स' के लिए स्टैंडअलोन कंप्यूटर के बटन को दवा कर ड्रा की शुरुआत की। शिक्षा निदेशालय के ऑफिस में जो स्टैंडअलोन कंप्यूटर था उस कमरे में इंटरनेट की कोई भी सुविधा मौजूद नहीं थी और किसी को भी ड्रा वाले कमरे में फोन नहीं ले जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि यहां तक की मैं स्वयं और शिक्षा निदेशक भी अपना फोन ड्रा वाले कमरे में नहीं लेकर गए।

किस कक्षा के लिए कितने आवेदन हुए प्राप्त

मंत्री ने कहा कि इस बार के एडमिशन प्रोसेस के लिए ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए वार्षिक आय की लिमिट ढाई लाख को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें शामिल हो सकें। मंत्री आशीष सूद ने बताया कि नर्सरी के लिए कुल 1299 प्राइवेट स्कूलों के 24 हज़ार 933 सीटों के लिए एक लाख 854 छात्रों के आवेदन प्राप्त हुए। इसी प्रकार केजी के लिये 622 स्कूल के लिये 4682 सीट के लिए 40488 आवेदन प्राप्त हुए। कक्षा 1 के लिये 1213 स्कूल के लिए 14430 सीट के लिए 62597 आवेदन प्राप्त हुए का आज सफलतापूर्वक ड्रॉ किया गया।

ड्रा देखने के लिए लगाए गए टेलीविजन

जिसके बाद सारे डेटा को फ्रीज कर दिया गया है इसके लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई थी, उन्होंने सार्वजनिक रूप से सीडी बना कर सीडी को साइन करके सील करके डायरेक्टर ऑफिस में जमा करा दिया। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि इस वर्ष प्राप्त कुल 2.5 लाख आवेदनों के लिए कंप्यूटरीकृत ड्रा आयोजित किया गया। जगह की सीमित क्षमता को देखते हुए पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, कई टेलीविजन स्क्रीन भी लगाई गईं, जिससे सभी उपस्थित माता-पिता ड्रा को अपने सामने देख सकें।