Delhi Crime News:दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को अरेस्ट किया है कि जो खुद को गृहमंत्री अमित शाह का ओएसडी बताकर एसीपी से लेकर एसएचओ को धमका रहा था। आरोप है कि युवक ने दिल्ली के दयालपुर में एक प्रॉपर्टी को कब्जाने के लिए ऐसा किया है। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के पास से फोन और सिम बरामद कर लिया है

पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान नोएडा निवासी नवीन कुमार सिंह के रूप में हुई है। आरोपी पर ठगी के कई केस दर्ज है। आरोपी की गिरफ्तारी नोएडा से हुई है। बताया जा रहा है कि 9 अक्टूबर को दयालपुर पुलिस स्टेशन में तैनात सब-इंस्पेक्टर रवि पूनिया को फोन आया और फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि कोई उसके घर में कब्जा करना चाहता है। जब पुलिस मौके पर पहुंचे तो वहां संजय कुमार और तोहिद मलिक नाम के दो युवक एक ही प्रॉप्रटी को लेकर झगड़ रहे थे। इसके बाद पुलिस ने कहा कि जो भी इस प्रॉप्रटी का मलिक है। वह अपने कागज लेकर आए और दिखाए। हालांकि, पुलिस का यह प्रयास विफल रहा। 

इसके बाद रवि पूनिया के पास एक फोन आया और आरोपी ने दावा किया कि वह गृह मंत्रालय में ओएसडी है। फोन करने वाले ने पुलिस को कई बार धमकी दी कि अगर संपत्ति का कब्जा मलिक को नहीं सौंपा गया तो फिर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना। वहीं इस मामले में डीसीपी (पूर्वोत्तर) राकेश पावरिया ने बनाया कि व्यक्ति पुलिस स्टेशन भी गया और वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों को धमकी दी। जब संबंधित थानेदार ने स्वामित्व के दस्तावेज मांगे, तो वह यह चेतावनी देते हुए वहां से चला गया और कहा कि एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी उन्हें बुलाएगा और उन्हें जमीन का कब्जा सौंपने का निर्देश देगा।

डीसीपी ने बताया कि वह युवक अपने परिचित को जमीन पर कब्जा कराने के लिए पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था। बाद में पता चला कि एसीपी (गोकलपुरी) को भी ऐसे ही कॉल आए थे।

पहले भी कई बार जेल जा चुका है आरोपी नवीन
 मामले की जांच के लिए SHO (दयालपुर) अतुल त्यागी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने उस नंबर को ट्रेस किया, जिससे बार-बार पुलिस को धमकाया जा रहा था। मोबाइल नंबर के मालिक की पहचान नवीन कुमार के रूप में हुई। इसके बाद  दिल्ली पुलिस ने नोएडा सेक्टर 51 में छापेमारी की और उसे पकड़ लिया। आरोपी ने सख्ती से पूछताछ के दौरान यह बात कबूल कर ली कि उसने खुद को गृह मंत्रालय में ओएसडी बताया था। पुलिस जांच में ये बात भी निकलकर सामने आई है कि ठग नवीन कुमार लोगों को जल्दी पैसा कमाने के लिए नौकरी और आरएस सदस्यता का आश्वासन देकर धोखा दे रहा था। वह पहले भी कई बार जेल जा चुका है।

तीन साल पहले ताज मोहम्मद से हुई थी मुलाकात 
बताया जा रहा है कि करीब तीन साल पहले आरोपी नवीन कुमार सिंह की मुलाकात ताज मोहम्मद नाम के शख्स से हुई थी। जो कथित तौर पर जमीन हड़पने में शामिल था। नवीन उसके पहले भी कई काम करा चुका था। जिसके चलते मोहम्मद ने फिर से उससे संपर्क किया और उसे बताया कि उन्होंने मलिक के साथ मिलकर बृजपुरी में एक प्रॉपर्टी पर कब्जा करने के लिए जाली दस्तावेज तैयार करा लिए और पुलिस उन्हें एंट्री करने की परमिशन नहीं दे रही है। पैसे के लालच में आकर नवीन कुमार ने पुलिस को फोन किया और खुद को ओएसडी बताया। हालांकि, पुलिस के सामने उसकी दादागिरी नहीं चल सकी और उसे  अरेस्ट कर लिया गया गया है।